हिन्दी साहित्य भारती ने सांगठनिक संदर्भों पर आयोजित की परिचर्चा
Ranchi news : दीवाली की पूर्व संध्या पर झारखंड के पुराने विधानसभा अतिथि गृह में हिन्दी साहित्य भारती ने संगठन के उद्देश्यों और लक्ष्य की दिशा-दशा पर परिचर्चा आयोजित की। इसमें हिन्दी साहित्य भारती के केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ. रवीन्द्र शुक्ल (पूर्व शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश), केन्द्रीय कार्यसमिति के मार्गदर्शक रामनिवास शुक्ल, झारखंड प्रभारी डॉ. सुनीता मंडल (प्रोफेसर कल्याणी विश्वविद्यालय) ने मुख्य रूप से शिरकत की। झारखंड की धरती रांची में प्रवास के दौरान संगठन ने इनकी उपस्थिति का लाभ लिया। उद्देश्यों और लक्ष्य की प्राप्ति के निमित्त इन विभूतियों के अनुभवों को संगठन ने आत्मसात किया।
बैठक की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से की गयी। रांची की प्रख्यात कथक नृत्यांगना सुदीक्षा चौधरी ने गणेश वंदना पर मोहक नृत्य प्रस्तुत किया। झारखंड प्रांत के मार्गदर्शक और साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता आई एफ एस ऑफिसर कुमार मनीष अरविंद जी ने साहित्य में हो रहे परिवर्तनों को लेकर चर्चा की। झारखंड प्रांत के महामंत्री राकेश कुमार ने पूरे प्रदेश के कार्यक्रमों का ब्योरा प्रस्तुत किया।
डॉ. रवीन्द्र शुक्ल जी ने अपने अभिभाषण में संगठन के प्रमुख उद्देश्य “मानव बन जाये जग सारा, यह पावन संकल्प हमारा…” इसे मूर्तरूप में लाने के लिए कई बिन्दुओं पर चर्चा की।
इन बिन्दुओं पर मुख्य रूप से हुई चर्चा
– उच्च से प्राथमिक शिक्षा तक के वर्तमान व निवर्तमान शिक्षकों को जोड़ने का प्रयास।
– विद्वान/प्रभावशाली संत महात्माओं को जोड़ने का प्रयास।
– साहित्यकारों, अनुवादकों, सम्पादकों, पत्रकारों को जोड़ने का प्रयास।
– प्रति माह तरंग माध्यम से निर्धारित कार्यक्रम एवं संगोष्ठियों का आयोजन करने का उद्देश्य।
– भारतीय दर्शन, चिन्तन और सांस्कृतिक मानवीय मूल्यों को समाज में प्रतिष्ठित करने हेतु निरन्तर कार्यक्रमों/चर्चाओं की रचना का उद्देश्य।
कार्यक्रम का संचालन संध्या चौधरी उर्वशी जी ने किया। वहीं, धन्यवाद ज्ञापन रांची जिला इकाई की अध्यक्ष दंत चिकित्सक डॉ. आकांक्षा चौधरी ने किया।