Chaibasa news, Jharkhand news : सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि झारखंड तीन महीने में नक्सल मुक्त हो जाएगा। तर्क यह कि इसका रोड मैप तैयार कर लिया गया है। इस सोच को धरातल पर उतारने में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ-साथ झारखंड पुलिस की महती भूमिका होगी। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह और झारखंड पुलिस के महानिदेशक अनुराग गुप्ता ने सीआरपीएफ और पुलिस के बड़े अधिकारियों के साथ इस मसले पर शनिवार को साझा रणनीति तैयार की।
नक्सलियों के खिलाफ अंतिम अभियान की तैयारी
इस साझा रणनीति के बाद अब जल्द ही घनघोर नक्सल प्रभावित पश्चिमी सिंहभूम के सारंडा समेत राज्य के नक्सल प्रभावित इलाकों में बड़ा अभियान शुरू होगा। इसे नक्सलियों के खिलाफ अंतिम अभियान भी कहा जा रहा है।
दिल्ली से पहुंचे सीआरपीएफ डीजी ने चाईबासा जिला मुख्यालय में एंटी नक्सल आपरेशन की समीक्षा बैठक के दौरान राज्य के अन्य इलाकों के साथ-साथ विशेष तौर पर पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा व कोल्हान के जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज करने के निर्देश दिये हैं।
95 प्रतिशत साफ, अब बचे 4-5 प्रतिशत पर नजर
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि सीआरपीएफ डीजी के साथ हुई बैठक में झारखंड को तीन माह में नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य लिया गया है। इसको लेकर पूरी योजना तैयार कर ली गई है। झारखंड को 95 प्रतिशत नक्सलियों से मुक्त कर दिया गया है। चाईबासा क्षेत्र में ही 4-5 प्रतिशत में नक्सली जमे हैं, उसे भी पूरी तरह मुक्त कर दिया जायेगा। झारखंड में नक्सलियों के विरुद्ध यह अंतिम लड़ाई है।