New Delhi News: देश की परम्परा और प्रकृति की रक्षा में बंजारा समाज के योगदान का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि अब समय आ गया है जब उनकी आवाज सुनी जायेगी और उनकी समस्याओं का समाधान किया जायेगा। बंजारा समाज हमेशा वनों के संरक्षण में सबसे आगे रहता है और आज इस समाज को देश की विकास यात्रा में मुख्यधारा में लाने की जरूरत है।
संत सेवालाल महाराज की 286वीं जयंती और रूप सिंह महाराज की पुण्यतिथि पर समाज को संबोधित किया
बिरला ने यह टिप्पणी नयी दिल्ली के डॉ. अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय केन्द्र में संत सेवालाल महाराज की 286वीं जयंती और रूप सिंह महाराज की पुण्यतिथि पर बंजारा समाज के लोगों को संबोधित करते हुए की। उन्होंने कहा कि बंजारा समाज के पूज्य संत सेवालाल महाराज का जीवन ज्ञान, तपस्या, त्याग और मानवता की सेवा का पर्याय था और रूप सिंह महाराज वीरता एवं न्याय के प्रतीक थे। बिरला ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को इन संतों के पदचिह्नों पर चलते हुए एक बेहतर समाज का निर्माण करना चाहिए।
बिरला ने बंजारा समाज की प्रशंसा की
बिरला ने बंजारा समाज द्वारा कई चुनौतियों का सामना किये जाने के बावजूद समाज सेवा के प्रति उनके समर्पण भाव की सराहना की। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि अपनी कड़ी मेहनत और व्यापार में ईमानदारी से इस समाज के लोगों ने राष्ट्र की प्रगति में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। बिरला ने युवा पीढ़ी को सशक्त बनाने के महत्त्व के बारे में बात करते हुए यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि समाज और राष्ट्र में परिवर्तन लाने के लिए उन्हें शिक्षण और प्रशिक्षण मिले। उन्होंने एक ऐसे भविष्य की कल्पना की, जहां अगली पीढ़ी न केवल शिक्षित हो, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में देश का नेतृत्व करने के लिए तैयार भी हो। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उन्होंने समाज के युवाओं को बढ़ावा देने और उनकी कड़ी मेहनत और प्रयासों द्वारा व्यापक परिवर्तन लाने की आवश्यकता पर बल दिया।
बालिकाओं की शिक्षा पर दिया विशेष रूप से जोर
बिरला ने समाज के भीतर बालिकाओं की शिक्षा पर विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि उन्हें शिक्षित करने से बंजारा समाज समग्र रूप से प्रगति करेगा। लोकसभा अध्यक्ष ने बंजारा समाज को अपना पूरा समर्थन देने तथा प्रगति और समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ने में उनकी सहायता करने का वचन दिया।