Mumbai news : आपके अंदर टैलेंट है और कुछ कर गुजरने का जज्बा है, तो संघर्ष का माद्दा रखिए और उसके दम पर आज न कल आपको कामयाबी का बड़ा मुकाम अवश्य हासिल होगा। इस विचार को भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में शुरू से आज तक की कई हस्तियों ने सही साबित करके दिखाया है। अन्नू कपूर का नाम उनमें शुमार किया जा सकता है। 1956 में जन्मे 68 वसंत देख चुके अन्नू कपूर आज भी अच्छी डिमांड में हैं और हर तरह से स्क्रीन पर एक्टिव दिखते हैं। एक्टर और कॉमेडियन के अलावा अच्छे होस्ट व लेखक के रूप में भी उनकी भूमिका सराहनीय है। अन्नू कपूर इस बात का सबूत हैं कि कोई व्यक्ति क्या सपना देखता है और उस सपने से इतर वह क्या बड़ा मुकाम हासिल कर सकता है, इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।
कामयाबी के लिए खूब किया संघर्ष
कहा जाता है कि अपने जीवन में एक इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस का अधिकारी बनने का सपना अन्नू कपूर ने पाला था, लेकिन वक्त ने उन्हें एक्टिंग के क्षेत्र में बड़ी कामयाबी हासिल करने के लिए चुना। बेशक अन्नू कपूर इंडस्ट्री के टैलेंटेड एक्टर्स में से एक हैं। उन्होंने एक्टर, होस्ट, आरजे और कॉमेडियन के तौर पर खुद को साबित किया है। अन्नू कपूर ऐसे एक्टर हैं जो किसी भी रोल में आसानी से फिट हो जाते हैं। अन्नू कपूर आज बड़े स्टार हैं लेकिन इस नेम-फेम के लिए खासा संघर्ष करना पड़ा। फाइनेंशियल क्राइसिस की वजह से उन्होंने चाय बेची। उसमें वो कामयाब नहीं हुए। उन्होंने लॉटरी टिकट भी बेचे थे।
1970 के दशक में फिल्मों में शुरू किया करियर
जानकारी के अनुसार, अन्नू कपूर ने 1970 में अपनी करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने 1979 में स्टेज एक्टर के तौर पर डेब्यू किया था। उन्हें पहचान फिल्म रुका हुआ फैसला (1984) में मिली। इस फिल्म में अन्नू कपूर छा गए थे। अन्नू कपूर की पहली फिल्म 1983 में आई मंडी थी। अन्नू कपूर ने अपने करियर में ड्रीम गर्ल, ड्रीम गर्ल 2, जॉली एलएलबी 2 जैसी तमाम फिल्में की। अन्नू कपूर ने रियलिटी शो अंताक्षरी होस्ट किया, जो कि काफी चर्चा में रहा। आज भी वह स्क्रीन पर तरह-तरह से एक्टिव रहते हैं।