Mumbai news : मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में प्रारंभिक दौर की अभिनेत्रियों में नूतन का नाम टॉप पर देखा जा सकता है। जिस अभिनेत्री ने आज से 34 साल पहले 1991 में दुनिया को अलविदा कह दिया, उसके परफॉर्मेंस और अचीवमेंट को आज भी याद किया जाता है। दर्शन ही नहीं, आज की नई अभिनेत्रियां उन्हें अपना आदर्श मानती हैं, नूतन की यही सबसे बड़ी उपलब्धि है। याद रखिए, उनकी बहन तनूजा भी अपने जमाने की टॉप अभिनेत्री थीं और वह काजोल की मां थीं। मतलब नूतन रिश्ते में काजोल की मौसी लगती थीं। 1936 में जन्मी नूतन ने मात्र 14 साल की उम्र में हमारी बेटी फिल्म से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की थी। मात्र 15 साल की उम्र में 1951 में इस अभिनेत्री ने मिस इंडिया का खिताब भी जीता था। चार दशकों का उनका फिल्मी करियर शानदार रहा है।
70 से अधिक फिल्मों में किया काम
ब्लैक एंड व्हाइट पर्दे से करियर शुरू करने वाली इस अभिनेत्री ने 70 से अधिक फिल्मों में काम किया और एक से बढ़कर एक एक्टिंग की। मां के रोल में भी उन्होंने शानदार अभिनय किया। करण-अर्जुन फिल्म को देखकर आप इसका एहसास कर सकते हैं। 17 वर्ष की उम्र में उन्होंने फिल्मी दुनिया में अपना पोजिशन मजबूत कर लिया था। नगीना, सौदागर, कर्मा, बंदिनी और अन्य फिल्मों में शानदार भूमिकाएं निभाईं और 1974 में उन्हें भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
अपने करियर में जीते थे पांच फिल्मफेयर अवार्ड
नूतन ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए पांच फिल्मफेयर पुरस्कार जीते थे। उनके उल्लेखनीय कार्यों में सीमा, सुजाता, अनाड़ी, बंदिनी, तेरे घर के सामने, मिलन, सरस्वतीचंद्र और मैं तुलसी तेरे आंगन की शामिल हैं। नूतन ने 1959 में नौसेना के लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीश बहल से शादी की और दंपति 1961 में एक बच्चे मोहनीश बहल के माता-पिता बने। मोहनीश ग्लैमर की दुनिया में एक स्थापित अभिनेता रहे हैं।