New Delhi News: राज्यसभा में आज प्रश्नकाल और प्राइवेट बिलों पर चर्चा को स्थगित कर गृह मंत्रालय के कामकाज पर आगे की चर्चा कराये जाने के विरोध में तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों सदन से वॉकआउट किया।
सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सदन में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा पूरी करने की जरूरत है, क्योंकि 2025-26 के लिए विभिन्न अनुदान मांगों को लोकसभा में गिलोटिन (एक साथ पारित करना) किया जाना है। इस प्रस्ताव का कई विपक्षी दलों ने विरोध किया।
“टीएमसी सदस्य सुष्मिता देव ने गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा को सूचीबद्ध किये जाने पर सवाल उठाया“
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही टीएमसी सदस्य सुष्मिता देव ने गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा को सूचीबद्ध किये जाने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह निजी सदस्यों के कामकाज का दिन है। पार्टी के फ्लोर लीडर डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि प्रश्नकाल एकमात्र ऐसा समय है, जब विपक्षी सदस्यों को सरकार से खास मुद्दों पर सवाल पूछने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट बिल के जरिये सांसदों को सदन में बोलने का मौका मिलता है। डीएमके के तिरुचि शिवा और बीजद के सस्मित पात्रा ने भी उनका समर्थन किया। इसके बावजूद शून्यकाल खत्म होने के बाद सभापति ने गृह मंत्रालय पर चर्चा फिर से शुरू करायी, जिसका टीएमसी सांसदों ने विरोध किया। टीएमसी के सांसदों ने पहले वेल में पहुंच कर नारेबाजी की, लेकिन उनकी बात को अनसुना किये जाने पर उन्होंने सदन से वॉक आउट किया।