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टनल हादसा : 6 दिनों से टनल में फंसे हैं 40 कामगार, अमेरिकी मशीन आने के बाद जगी उम्मीद

टनल हादसा : 6 दिनों से टनल में फंसे हैं 40 कामगार, अमेरिकी मशीन आने के बाद जगी उम्मीद

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National news, National update, New Delhi news, latest National Hindi news, breaking news, Uttrakhand news, tunnel accident in Uttrakhand : पिछले दिनों उत्तराखंड में हुए टनल हादसे में फंसे मजदूरों को निकालने का काम जारी है। रेस्क्यू टीम के लाख जतन के बाद भी पिछले 6 दिनों से टनल में 40 कामगार फंसे हुए हैं। समय बीतने के साथ कामगारों के परिजनों की परेशानी और संशय बढ़ती जा रही हैं। शासन और प्रशासन की ओर से लोगों को निकालने की कोशिश में है, लेकिन हर तरफ से असफलता हाथ लग रही है। लेकिन फिर भी न सरकार, न प्रशासन और न ही बचाव दल हार मान रहे हैं। अब इन फंसे कामगारों को टनल से बाहर निकालने के लिए अमेरिका से खास ऑगर मशीन मंगाई गई है। जल्द से जल्द मजदूरों को निकालने के लिए अमेरिका से मंगाई गई ऑगर मशीन को सुरंग में पहुंचाया गया है। ऑगर मशीन से ह्यूम पाइप बिछाने का काम अब शुरू होगा। इसके बाद यह आशा है कि देर शाम तक मजदूरों को आज निकाला जा सकता है।

अमेरिकी मशीन हर घंटे 5 टन मलबा निकाल सकती है

कामगारों को बाहर निकालने के लिए अमेरिकी से मंगाई गई ऑगर मशीन काफी विशेष है। इसकी क्षमता बेजोड़ है। 25 टन वजनी यह मशीन हर घंटे 5 टन मलबा निकाल सकती है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह मशीन 10 घंटे में 50 मीटर खुदाई कर लेगी। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में विदेशी विशेषज्ञों की भी सहायता ली जा रही है। गौरतलब है कि ऑगर एक भारी ड्रिलिंग मशीन है, जिसे तीन भारतीय वायु सेना के विमानों ने दिल्ली से एयरलिफ्ट किया था। इस मशीन को पहले चिन्यालिसौर हवाई अड्डे पर उतारा गया था। बाद में सड़क मार्ग के सहारे हादसे वाले जगह पर लाया गया। अब नई बनाई गई बचाव योजना में ढह गई सुरंग के हिस्से के मलबे को हटाने के लिए इस मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है।

पीएम मोदी लगातार मामले की समीक्षा कर रहे हैं

हादसे और बचाव कार्य को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का कहना है कि मजदूरों को निकालने की कोशिश जारी है। पहली प्राथमिकता मजदूरों की जान बचाने की है। टनल के भीतर मजदूरों से संपर्क किया गया है। इस घटना की पीएम मोदी भी लगातार समीक्षा कर रहे हैं।

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