UP news, weather report, weather update : तेजी से करवट ले रहा है मौसम। दिन पर दिन तापमान में हो रही गिरावट से सर्दी का असर बढ़ने लगा है। शीतलहर भी कंपाने को तैयार है। मौसम में लगातार उतार चढ़ाव हो रहा है। बीते एक सप्ताह से धूप निकलने की वजह से लोगों को सर्दी से काफी हद तक राहत जरूर मिली है, लेकिन अब मौसम में फिर बदलाव होने के आसार है। मौसम विभाग ने तीन दिन बाद बारिश का अनुमान जताया है। उसके बाद तेजी से पारा लुढ़केगा और कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
प्रदेश के कई जिलों में पूरे दिन बादल छाए रहे
सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में पूरे दिन बादल छाए रहे और धूप नहीं निकली। दिन के तापमान में भी गिरावट आई है। बरेली में सोमवार को अधिकतम तापमान 20.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं रात का न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस रहा। संभावना है कि 26 दिसंबर से मौसम करवट लेगा और बरेली, रुहेलखंड समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो सकती है। तीन दिन बाद, दो दिनों तक बारिश का अनुमान है। बारिश से दिन और रात के तापमान में गिरावट आएगी। पहाड़ों पर बर्फबारी का भी अनुमान है। इससे ठंड का असर बढ़ेगा। दिन और रात के तापमान में तेजी से गिरावट आएगी और बर्फीली हवाएं ठिठुरन बढ़ा सकती हैं।
25 दिसंबर से गलन भरी सर्दी का दौर शुरू हो सकता है
खीरी जिले में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। मौसम विभाग के अनुसार 25 दिसंबर से गलन भरी सर्दी का दौर शुरू हो सकता है। सर्द हवाओं और बारिश के कारण न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट होने की संभावना है। इसके चलते सुबह और शाम के समय ठंड बढ़ेगी। लोगों को सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने और उचित सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। कई दिनों से दिन में तेज धूप होने के कारण लोगों को सर्दी का अहसास कम हो रहा था। सोमवार को शाम होते ही आसमान में हल्के हल्के बादलों की चादर छाने के बाद चली सर्द हवाओं ने मौसम का मिजाज बदल दिया।
मौसम विभाग का कहना है कि आगामी दिनों में बारिश के बाद तापमान में भारी गिरावट दर्ज हो सकती है, जिससे लोगों को जबरदस्त सर्दी का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ठंड के कारण होने वाली बीमारियों से बचने के लिए पर्याप्त सावधानी बरतने की अपील की है। डॉक्टरों का कहना है कि सर्दी बढ़ते ही बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि बुजुर्ग और बच्चे ठंड के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। ऐसे में लोगों को अपने घरों को गर्म रखने और शरीर को पर्याप्त गर्म रखने के उपाय करने चाहिए।