New Delhi news: बेशक हम अगर अपनी सेहत पर ध्यान दें और अनुशासन के साथ अपनी लाइफ स्टाइल अपनिएं तो दावाओं की जरूरत कम होती है। फिर भी सामान्य रूप से ऐसा देखा जाता है कि उम्र के अनुसार और कुछ असंतुलन की वजह से हमें बहुत सी दवाएं नियमित रूप से खानी पड़ती हैं। देखा जाता है कि नियमित रूप से खाने वाली दवाओं को लोग ऐसी जगह रख देते हैं, जो उनकी स्मृति से ओझल हो जाती है और दवा खाने के समय में परेशानी आती है। इसलिए यह जरूरी है कि दवा रखने की व्यवस्थित जानकारी होनी चाहिए। दवाओं के व्यवस्थित रखर-खाव के लिए हम आपको कुछ सलाह दे रहे हैं।
बच्चों की पहुंच से रखें बाहर
सामान्य रूप से हर दिन खाने वाली दवाएं हम अपनी कैबिनेट, फ्रिज या माइक्रोवेव के ऊपर रख देते हैं। जानते हैं कि बीपी से लेकर थॉयराइड तक की दवाओं का सेवन हर दिन करना होता है, लेकिन इन्हें सही तरह से रखने में हम लापरवाही बरतते हैं। दवाओं को हमेशा आर्गेनाइज तरीके से रखना चाहिए ताकि उसे ना बच्चे देखें और ना ले सकें। यह ध्यान रखिए कि हमेशा दवाएं बच्चों की पहुंच से बाहर रखी जानी चाहिए। दवाओं को आर्गेनाइज्ड तरीके से रखने का यह काफी पुरानी और बेहतरीन तरीका है। पिल आर्गेनाइजर कई साइज व स्टाइल में मार्केट में आसानी से अवेलेबल है। ये क्लासिक बॉक्स हैं, जिनमें सप्ताह के प्रत्येक दिन के लिए अलग-अलग डिब्बे होते हैं। कुछ में सुबह, दोपहर और शाम की खुराक के लिए स्लॉट भी होते हैं। यहां सही तरीके से दवाई रख देने पर आप कभी भूल नहीं सकते हैं कब कौन सी दवा खानी है या आपकी आंखों के सामने रहेगा।
ड्रॉअर डिवाइडर का इस्तेमाल अच्छा तरीका
अगर आप चाहें तो अपने घर की किसी ड्रॉअर में डिवाइडर की मदद से फ़ार्मेसी-स्टाइल सेटअप कर सकते हैं। बस आप छोटे बिन या डिवाइडर की मदद से दवाओं को उनके प्रकार के आधार पर रख सकते हैं। उनमें समय की जानकारी हाथ से लिखो कागज को चिपकाकर कर सकते हैं।
इस तरह वर्टिकली करें स्टोर
कई बार ऐसा होता है कि घर में स्पेस की कमी होती है। इस स्थिति में दावों के बेहतर रख-रखाव के लिए स्टैकेबल स्टोरेज बॉक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं इसमें अधिक स्पेस की जरूरत नहीं पड़ती है और सामने सब कुछ दिखाई भी पड़ता है। ये छोटे व स्टैकेबल कंटेनर वर्टिकली दवाओं को स्टोर करते हैं। ना अधिक जगह की जरूरत और ना पहचान की समस्या।