Mumbai news : अगर आपने बॉलीवुड के जाने-माने निर्माता निर्देशक ओम प्रकाश मेहरा की फिल्में- जंजीर, नमक हलाल, शराबी और अन्य फिल्में देखी होगी तो सबमें कोई ना कोई एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए अभिनेता ओम प्रकाश मिल जाएंगे। ओमप्रकाश एक ऐसे खांटी अभिनेता के रूप में बॉलीवुड में चर्चित रहे, जिन्होंने हर कैरेक्टर को उसकी हकीकत में स्थापित कर दिया। 1919 में जन्मे इस अभिनेता ने आज से 27 साल पहले दुनिया छोड़ दी लेकिन आज भी उनकी कोई फिल्म देखें तो वह आपको प्रभावित करते हैं। ऐसे अभिनेता लंबे अंतराल के बाद ही देखने को मिलते हैं। ओमप्रकाश के जीवन की सबसे बड़ी हकीकत यह है कि उन्होंने एक विधवा की बेटी से विवाह कर समाज में मिसाल भी कायम की थी।
इस प्रकार बंधे थे विवाह बंधन में
कहा जाता है कि एक दिन ओमप्रकाश पान की दुकान पर खड़े थे। तभी एक विधवा महिला आई और अपनी बड़ी बेटी से शादी करने के लिए ओमप्रकाश से मिन्नतें करने लगी। विधवा ने बताया कि उनकी चार बेटियां हैं जिनमें सबसे बड़ी 16 साल की है। वो मुझे दामाद बनाना चाहती थीं। मेरी मां से भी उनकी बात हो चुकी थी। उन्होंने मेरे आगे अपना पल्लू फैलाया और विनती की कि मैं उनकी बेटी से शादी कर लूं। उसके बाद ओमप्रकाश ने उनकी बेटी से शादी कर ली।
दासी फिल्म से की थी करियर की शुरुआत
बताया जाता है कि ओम प्रकाश की पहली पसंद संगीत थी। 12 साल की उम्र में क्लासिकल संगीत सीखना शुरू कर दिया था। उन्हें सगीत के अलावा थियेटर व फिल्मों में दिलचस्पी थी। ओमप्रकाश ने ‘दासी’ फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी। ऊपर जिन फिल्मों का जिक्र किया गया है, उनके अलावा ओमप्रकाश ने अपने करियर में आजाद,मिस मैरी, हावड़ा ब्रिज, दस लाख, प्यार किए जा, खानदान, साधु और शैतान, गोपी, दिल दौलत दुनिया समेत कई फिल्मों में जबरदस्त एक्टिंग की। काम किया।
दमदार निर्देशन भी किया
यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि ओम प्रकाश एक अच्छे अभिनेता ही नहीं, बल्कि बाद में अच्छे निर्देशक भी बने। राजकपूर और नूतन जैसे स्टार्स को उन्होंने ‘कन्हैया’ में डायरेक्ट किया था। उन्होंने 60 के दशक में फिल्म संजोग, जहांआरा और गेटवे आफ इंडिया जैसी फिल्में बनाईं।