Dharm adhyatm, jyotish : अपने घर की बात हो या किसी रिश्तेदार के यहां जाने और कुछ दिन रहने के बात, अक्सर ऐसा देखा जाता है कि एक व्यक्ति दूसरे के चप्पल-जूते का सहजता से इस्तेमाल कर लेता है। यह व्यावहारिक रूप से भी सामान्य बात। किसी का अपना जूता-चप्पल समय पर नहीं मिलता है तो इस स्थिति में जल्दबाजी में भी वह घर या रिश्तेदार के किसी और व्यक्ति के जूते-चप्पल का इस्तेमाल कर लेता है। यह बात मामूली है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से इसके अर्थ को आप समझेंगे तो चौंक जाएंगे। जानिए आज इस विषय में।
ऊर्जा का होता है ट्रांसफर
यदि ज्योतिष शास्त्र को ठीक से समझें तो इसकी बहुत सामान्य बातों में व्यक्ति की आदतों का भी उल्लेख मिलता है। इन आदतों में किसी और की वस्तु के इस्तेमाल की बात है। याद रखिए, किसी की वस्तु का अगर आप इस्तेमाल करते हैं, तो उस व्यक्ति की ऊर्जा आपमें ट्रांसफर होती है। यह ऊर्जा कभी सकारात्मक होती है, तो कभी नकारात्मक भी। ऐसा ज्योतिष शास्त्र कहता है।
शनि की स्थिति
ज्योतिष शास्त्र में यह बताया गया है कि किसी का जूठा भोजन करने से और किसी दूसरे व्यक्ति का जूता-चप्पल इस्तेमाल करने से अधिकतर केस में नकारात्मक ऊर्जा का ट्रांसफर होता है। अतः किसी भी दूसरे व्यक्ति के जूते-चप्पल का इस्तेमाल करने से बचने की कोशिश करनी चाहिए। किसी भी प्रकार की निगेटिव ऊर्जा जीवन में परेशानी ला सकती है। किसी और के जूते-चप्पल पहनने से कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर होने लगती है।
पैरों में होता है शनि का वास
ज्योतिष शास्त्र में दूसरी यह महत्वपूर्ण बात समझाई गई है कि पैरों में शनि का वास माना जा है। ऐसे में अगर आप किसी और के जूते-चप्पल पहनते हैं, तो शनि का शुभ प्रभाव तो जिसके जूते-चप्पल हैं, उस व्यक्ति को मिलते हैं। शनि का अशुभ प्रभाव उस व्यक्ति पर पड़ता है, जिसने किसी अन्य व्यक्ति के जूते-चप्पल पहने होते हैं।