Giridih News : पुलिस जांच में भंडारो गांव से 15 वर्षीय किशोर के अपहरण की जानकारी झूठी निकली। यह अपहरण नहीं बल्कि गांव के ही कुछ लोगों को फंसाने की साजिश के तहत झूठी कहानी गढ़ी गई थी।
एसडीपीओ सुमित कुमार ने बताया कि सुनीती देवी अपने बेटे के झूठे अपहरण की कहानी फैलाकर गांव के ही कुछ लोगों को फंसाना चाहती थी। इस नीयत से थाने में मामला दर्ज कराने वाली महिला सुनीता देवी का पति धर्म मंडल पुलिस की गिरफ्तारी के भय से सोमवार को अपने गर्दन पर चाकू से वार कर लिया था। घायल धर्म का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। जबकि पुलिस ने मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए लड़के को सकुशल बरामद कर लिया। शिकायतकर्ता महिला ने अपने पति के साथ मिलकर गांव के ही कुछ लोगों को एक मामले में समझौता का दबाव बनाने के लिए अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी। पुलिस जब सोमवार को शिकायतकर्ता के पति को गिरफ्तार करने पहुंची तो उसने घर के अंदर ही अपने गर्दन पर चाकू चला लिया।
भंडारो निवासी धर्म मंडल की पत्नी सुनीता देवी ने थाने में आवेदन देकर अपने बेटे देवकुमार मंडल के अपहरण का आरोप गांव के ही तीन व्यक्तियों पर यह कहते हुए लगाया था कि उक्त लोगों के साथ हम परिवार का मुकदमा चल रहा है। 15 दिनों पहले हुए विवाद में उनलोगों ने देखने की धमकी दी थी। इसके बाद पांच मार्च को उनका बेटा गायब हो गया। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस लगातार किशोर को बरामदगी की कोशिश कर रही थी। इसी दौरान पुलिस ने रविवार को किशोर को उस वक्त बरामद किया जब वह एक बालू लदे ट्रैक्टर से डुमरी की ओर जा रहा था। पूछताछ में किशोर ने भी पहले तो अपहरण की झूठी कहानी बनाते हुए आरोपियों पर ही आरोप लगाया। लेकिन जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपने पिता, चाचा और मां के षड्यंत्र में शामिल होने की बात बताई।
डुमरी में मां ने रची अपने ही बेटे के अपहरण की साजिश

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