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महाकुम्भ में त्रिवेणी तट पर योगी सरकार ने लिया बड़ा फैसला, सात जिलों को जोड़ बनेगा नया धार्मिक सर्किट

महाकुम्भ में त्रिवेणी तट पर योगी सरकार ने लिया बड़ा फैसला, सात जिलों को जोड़ बनेगा नया धार्मिक सर्किट

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Prayagraj news, Lucknow news, UP news : अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम तिथि 22 जनवरी को योगी सरकार ने महाकुम्भ से एक और ऐतिहासिक फैसला राज्य में नया धार्मिक सर्किट बनाने का लिया है। इसमें सात जिले प्रयागराज, काशी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर और भदोही शामिल होंगे। धार्मिक सर्किट में अब गंगा एक्सप्रेस वे काशी (वाराणसी) तक पहुंचेगा और पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा। धार्मिक सर्किट को लेकर योगी सरकार ने भारत सरकार के नीति आयोग से प्रस्ताव को पहले ही स्वीकृत करा लिया है।

दस अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी

तीर्थराज प्रयाग में 144 वर्ष के बाद महाकुम्भ के शुभ संयोग पर बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार की कैबिनेट की बैठक की। कैबिनेट बैठक में राज्य में नया धार्मिक सर्किट बनाने और दस अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी है। कैबिनेट के बाद मुख्यमंत्री समेत मंत्रिमण्डल के सभी 54 मंत्रियों ने संगम में डुबकी लगाकर लोककल्याण का संकल्प लिया। संगमतट पर योगी कैबिनेट की यह दूसरी बार बैठक हुई है। इसके पहले 2019 में भी कुम्भ में कैबिनेट की बैठक हुई थी। मुख्यमंत्री ने कैबिनेट की बैठक में हुए फैसलों की जानकारी खुद पत्रकारों को दी। उनके साथ दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने बताया कि नये धार्मिक सर्किट में धार्मिक पर्यटन, सांस्कृतिक धरोहर और आर्थिक गतिविधियों का केन्द्र बनाने के लिए विशेष योजनाएं बनेंगी। इसमें करीब 22 हजार वर्ग किमी का क्षेत्र आएगा।

अयोध्या से चित्रकूट को जोड़ा जाएगा

 सरकार का धार्मिक सर्किट बनाने के पीछे का भाव अयोध्या से चित्रकूट को जोड़ने का है। इसमें काशी और प्रयागराज के साथ मां विंध्यवासिनी का धाम भी शामिल है। श्रद्धालुओं की इन सभी धार्मिक स्थल के प्रति अगाध श्रद्धा है। अयोध्या में श्रीरामलला का भव्य मंदिर निर्माण के बाद देश-दुनिया के श्रद्धालुओं के आने तेजी से बढ़ा है। सरकार की  इस सर्किट के जरिए धार्मिक पर्यटन के जरिए अपने वन ट्रिलियन इकोनामी के लक्ष्य को मजबूत करने की है।

प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेसवे होगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित और प्रकरण एक्सप्रेसवे के माध्यम से कनेक्टिविटी नेटवर्क विकास और क्षेत्र में औद्योगिक परियोजनाओं का विकास हो रहा है। वर्तमान में प्रदेश के पश्चिमांचल, मध्यांचल, पूर्वांचल और बुंदेलखंड क्षेत्र एक्सप्रेसवे से आच्छादित हैं और अब दूरवर्ती दक्षिणी-पूर्वी विंध्य क्षेत्र में सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाना आवश्यक है। इस दृष्टि से प्रयागराज, मीरजापुर, वाराणसी, चंदौली एवं सोनभद्र को जोड़ते हुए 320 किलोमीटर लंबाई वाले नए नए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। इस नए एक्सप्रेस में का प्रारंभ बिंदु प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेसवे होगा, जबकि सोनभद्र में एनएच 39 पर इसका समापन होगा। इस तरह गंगा एक्सप्रेसवे और विंध्य एक्सप्रेसवे की सीधी कनेक्टिविटी होगी, साथ ही, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में झारखंड से भी अच्छा संपर्क स्थापित हो सकेगा। विंध्य एक्सप्रेसवे पर चंदौली से गाजीपुर तक 100 किमी का विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस वे बनेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रयागराज में सलोरी से हेतापट्टी तक नया ब्रिज बनेगा। यह यमुना सिग्नेचर ब्रिज के समानांतर होगा। यह पुल प्रयागराज, मिर्जापुर, जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़ और गोरखपुर से जुड़ेगा।

अन्य महत्वपूर्ण फैसले

उप्र एयरोस्पेस, रक्षा इकाई व रोजगार प्रोत्साहन नीति मंजूर, अभियोजन निदेशालय की स्थापना का प्रस्ताव स्वीकृत

प्रयागराज, वाराणसी व आगरा नगर निगम के लिए म्युनिसिपल बांड निर्गत होगा, अवस्थापना विकास निधि से क्रेडिट रेटिंग के लिए धनराशि देने का फैसला

टाटा टेक्नोलाजी लि. के सहयोग से 62 आईटीआई का उन्नयन व 5 सेंटर फार इनोवेशन, इन्क्यूवेशन एण्ड ट्रेनिंग की स्थापना किये जाने का प्रस्ताव मंजूर

हाथरस, बागपत व कासगंज में भारत सरकार के सहयोग से पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज के लिए

निविदादाता के चयन को मंजूरी

स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना में मुफ्त  स्मार्टफोन वितरण हेतु योजनांतर्गत अंतिम बिड अभिलेख के सम्बंध में प्रस्ताव स्वीकृत

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