Dhanbad news : आप यह मत सोचिए कि सफलता के लिए किसी खास डिग्री की जरूरत होती है। डिग्री कोई भी हो या कोई डिग्री ना हो, फिर भी आप में मेहनत और लगन का जज्बा है, तो आप किसी भी क्षेत्र में एक मिसाल कायम कर सकते हैं। आपको आज के समय में भारत में स्टार्टअप खड़ा करने के लिए आर्थिक मदद का भी अवसर प्राप्त है। माना यह नहीं भी मिला, तो आप अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार, अपने जज्बे की ऊर्जा लगाकर कामयाबी का माउंट एवरेस्ट खड़ा कर दिखा सकते हैं। ऐसा ही करके दिखाया है के एक युवक ने, जिसका नाम है सूरज मंडल। सूरज को ‘इंजीनियर चाय वाला’ के नाम से ख्याति प्राप्त हो चुकी है। सूरज के स्टॉल पर धनबाद और आसपास के इलाकों से लोग चाय का स्वाद लेने आते हैं।
इंजीनियर में उद्यमी का जज्बा
आप धनबाद शहर को जानते हैं तो ठीक। नहीं तो जानकारी कर यहां के बिरसा मुंडा पार्क चले जाइए। यहीं पर आपको मिल जाएगा ‘इंजीनियर चाय वाला’ स्टॉल। वास्तव में यह एक चाय का स्टाल ही नहीं है, बल्कि एक इंजीनियरिंग की डिग्री लिए हुए युवक के स्टार्टअप को सफल बनाने की क्षमता का जिंदा उदाहरण है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर नौकरी नहीं मिलती है, तो बहुत से युवक सालों बैठे रहकर गुजार देते हैं। सूरज मंडल से प्रेरणा लेकर कोई भी इस पेशे का आदमी अलग क्षेत्र में कामयाब हो सकता है। सूरज मंडल की आज के समय में यह सबसे बड़ी सफलता का राज है।
प्रारंभ से ही थी चाय बनाने में रुचि
अब आइए, जरा उद्यमिता के क्षेत्र में प्रवेश करने वाले इंजीनियर सूरज की पढ़ाई की चर्चा करते हैं। सूरज ने 12वीं की पढ़ाई पीके रॉय मेमोरियल कॉलेज, धनबाद से की। 2021 में खंडोली इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पूरा किया। डेढ़ साल तक एक प्राइवेट कंपनी में काम किया। उसके मन में अचानक यह भाव आया कि दूसरों के लिए काम करने के बजाय खुद का कुछ शुरू करना ज्यादा सुकूनदायक है। उन्होंने अपने सेविंग्स को जमा कर 2024 में ‘इंजीनियर चाय वाला’ नाम से अपना स्टार्टअप शुरू किया। कहा जाता है कि उसकी चाय में ऐसा स्वाद है कि जो एक बार पीता है, वह बार-बार आने के लिए मजबूर हो जाता है।