देश की आम जनता महंगाई की मार से त्रस्त है। परिवार चलाना मुश्किल है। लाखों लोगों की कोरोना के दौरान जो नौकरिया गईं, वे आज भी ठीक से सेटल नहीं हो सके है। इस बीच यदि देश के किसी कोने से झील में ₹2000 के नोटों की गड्डियां तैरती हुई दिखती हैं तो आश्चर्य होगा ही। उघर नोटों की गड्डियां, इधर महंगाई डायन की मार। घटना राजस्थान के अजमेर शहर की है।
पुलिस ने झील से नोटों की 35 गड्डियों को बाहर निकाला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अजमेर शहर की ऐतिहासिक आना सागर झील में कुछ दिन पहले दो- दो हजार के नोटों की गड्डियां तैरती दिखीं तो लोगों में सनसनी फैल गई। भीड़ में से किसी ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आनासागर झील में तैर रहे नोटों की लगभग 35 गड्डियों को बाहर निकलवाया और कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है ।
पुलिस कर रही मामले की जांच
घटनास्थल पर पहुंचे आनासागर पुलिस चौकी के एएसआई बलदेव सिंह ने बताया था कि लोगों से सूचना मिली थी कि आनासागर झील में नकली नोट तैर रहे हैं। इस सूचना पर व मौके पर पहुंचे थे, यहां आ कर पाया कि दो हजार के नोटों की गड्डियां किसी व्यक्ति ने थैली में डालकर आनासागर झील में फेंकी थीं जिन्हें निकाला गया तो पाया गया कि नोट पूरी तरह गल कर लुगदी नुमा बन चुके हैं। ‘इन नोटों की गड्डियों को किसने फेंका, उसका पता लगाया जाएगा। इसके अलावा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को इसकी सूचना दे दी गई। नकली नोट साबित होने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा अगर नोट असली मिले तो इन्हें फेंकने वाले व्यक्ति की पहचान करके उसे गिरफ्तार किया जाएगा।’
लोगों ने कहा हवाला कारोबार के रुपये
मौके पर मौजूद लोगों ने आशंका जाहिर की कि शहर में हवाला कारोबारी सक्रिय हैं। किसी हवाला कारोबारी को पुलिस की भनक लगी होगी, जिससे बचने के लिए उसने नोटों की गड्डी को आनासागर झील में फेंक कर अपनी जान बचाई है। इसके अलावा एक आशंका यह भी जताई जा रही है कि काला धन रखने वाले किसी व्यक्ति ने इनकम टैक्स की रेड पड़ने की आशंका को देखते हुए इन नोटों की गड्डियों को आनासागर झील में फेंक दिया होगा।