UP News : कोई भी जानवर पानी में फंस जाए तो तैर का जान बचाना जानता है, लेकिन यदि उफनती नदी में गिर जाए तो उससे बाहर निकलने में उसे अनेक परेशानियां होती हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बहराइच में आया है, जहां एक टाइगर उफनती नदी में जा गिरा और प्रारंभ में इस पर किसी की नजर नहीं पड़ी। जब वन विभाग की टीम को जानकारी मिली तो तुरंत रेस्क्यू टीम ने उसे बचाने की कोशिश शुरू कर दी। 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टीम उसे बचाने में सफल रही। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना गुरुवार की ही बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गिरिजा बैराज घूमने आए लोगों ने टाइगर को नदी में जाते देखा। वह बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था, लेकिन तेज बहाव के कारण कामयाब नहीं हो पा रहा था। फिर वन विभाग को इसकी सूचना दी गई।
पानी के फ्लो को किया गया कम
वन विभाग की रेस्क्यू टीम की अगुआई खुद डीएफओ आकाशदीप बधावन ने की। सबसे पहले गिरिजा बैराज से आ रहे पानी का फ्लो कम कराया गया। इसके बाद वन विभाग की टीम नाव पर सवार होकर नदी में आगे बढ़ी। नाव पर ही बैठे एक अफसर ने ड्रोन को ऑपरेट करने की जिम्मेदारी ली। ड्रोन से टाइगर पर नजर रखी जा रही थी और नाव पर सवार अफसर-कर्मचारी डंडों से टाइगर को हांका लगा रहे थे। बहाव तेज होने के चलते टाइगर 15 किलोमीटर तक तैरता हुआ लखीमपुर खीरी इलाके में चला गया था। आखिरकार शाम करीब 4 बजे वह किनारे पहुंच गया और कतर्निया जंगल की तरफ भाग गया। गेरुआ नदी के किनारे पर कतर्निया जंगल है। यह 551 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इसमें अभी 30 टाइगर रहते हैं।