भारत के मशहूर उद्योगपति और अडानी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी (Gautam Adani) की संपत्ति में गत एक साल में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। गौतम अडानी की संपत्ति 1 साल में 49 बिलियन डॉलर बढ़ गयी है।
बुधवार को जारी 2022 हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट के मुताबिक अडानी समूह के चेयरमैन ने पिछले एक साल में हर हफ्ते लगभग 6,000 करोड़ रुपये कमाए हैं।
इस मामले में अडानी से पीछे रहे अंबानी
हुरुन इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अडानी समूह के चेयरमैन की संपत्ति में गत एक साल में 153 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गौतम अडानी 2022 M3M हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट में सबसे अमीर उद्योगपति बन गए हैं। वहीं, 2022 M3M हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट में 103 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी टाप-10 में प्रवेश करने वाले एकमात्र भारतीय हैं। पिछले एक साल में अंबानी की संपत्ति में 24% की बढ़ोतरी हुई है।
पांच गुना बढ़ी संपत्ति
रिपोर्ट में बताया गया है कि “गौतम अडानी M3M हुरुन ग्लोबल लिस्ट 2022 में सबसे बड़े पायदान पर हैं और पिछले साल उनकी संपत्ति में 49 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ। रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी अडानी ग्रीन की लिस्टिंग के बाद, गौतम अडानी की संपत्ति 2020 में 17 बिलियन डॉलर से लगभग पांच गुना बढ़कर 81 बिलियन डॉलर हो गई। बता दें कि हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2022 में नायका की संस्थापक फाल्गुनी नायर ने भी अपनी जगह बनाई हैं, नायर की संपत्ति में कुल 7.6 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है। वहीं, साइरस पूनावाला समूह के साइरस एस पूनावाला की संपत्ति 41% बढ़कर 26 बिलियन डॉलर हो गई। पूनावाला ने पिछले 10 वर्षों में 500 से अधिक रैंक हासिल की है।
अरबपतियों की संपत्ति में 4% की विधि
इस सूची के अनुसार अडानी दुनिया में सबसे ज्यादा संपत्ति हासिल करने वालों में से एक बनकर उभरे हैं। 49 बिलियन डॉलर के संपत्ति वृद्धि के साथ, गौतम अडानी ने 2022 M3M हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट में ग्लोबली टॉप स्थान पर कब्जा कर लिया है। रिपोर्ट ने यह भी बताया गया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध और निरंतर कोविड -19 प्रभाव के बावजूद, दुनियाभर के अरबपतियों की कुल संपत्ति पिछले एक वर्ष में 4% बढ़कर 15.2 ट्रिलियन डॉलर हो गई।
अरबपतियों की सूची में चीन का दबदबा
रिपोर्ट के अनुसार भारत अपने 215 अरबपतियों और 58 नए उद्योगपतियों के साथ दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा अरबपति बनाने वाला देश बन गया है। अगर भारतीय मूल के अरबपतियों को जोड़ा जाए तो यह संख्या बढ़कर 249 हो जाती है। चीन में भारत से लगभग पांच गुना अधिक 1,133 अरबपति हैं, जबकि अमेरिका में 716 अरबपति हैं।