24 February का दिन युद्ध का दिन रहा और यह पूरी दुनिया के शेयर बाजार के लिए भूचाल साबित हुआ। भारतीय शेयर बाजार में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद भूकंप जैसी स्थिति पैदा हो गई। पूरा शेयर बाजार दहल गया। सेंसेक्स 27 अंकों से ज्यादा फिसल कर दिन में 3:30 बजे बंद हुआ। निफ्टी भी बड़ी गिरावट के साथ बंद हुई। आर्थिक विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि शेयर बाजार की आज की गिरावट के कारण निवेशकों के लाखों करोड़ों रुपये डूब गए। जंग की आशंका से पहले ही सहमे बाजार को तगड़ा झटका लगा और खुलते ही शेयर मार्केट बिखर गया। सेंसेक्स ने 13 सौ अंक से ज्यादा की भारी-भरकम गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत की। दिन के कारोबार में सेंसेक्स में 27 सौ अंक से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली।
प्रारंभ से ही रहा बिकवाली का दबाव
बाजार प्री-ओपन सेशन में ही बता रहा था कि आज भारी बिकवाली होने वाली है। प्री-ओपन सेशन में बीएसई सेंसेक्स 1,800 अंक यानी 3.15 फीसदी से भी ज्यादा गिरा हुआ था। एनएसई निफ्टी भी 500 अंक से ज्यादा के नुकसान में था। जैसे ही बाजार खुला, सेंसेक्स 13 सौ अंक से ज्यादा की गिरावट में रहा। सुबह बाजार खुलने के बाद सेंसेक्स 55,750 अंक के आस-पास कारोबार कर रहा था। निफ्टी 350 अंक से ज्यादा गिरकर 16,700 से भी नीचे आ चुका था।
जंग ने बना दिया गिरने का रिकॉर्ड
बाजार पूरे दिन दबाव में रहा। जैसे-जैसे जंग की खबरें आती रहीं, बाजार टूटता रहा। कारोबार के दौरान एक ऐसा समय आया, जब सेंसेक्स करीब 28 सौ अंक टूट चुका था। जब बाजार बंद हुआ तो सेंसेक्स 2,702.15 अंक (4.72 फीसदी) टूटकर 54,529.91 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी 815.30 अंक (4.78 फीसदी) के नुकसान के साथ 16,247.95 अंक पर रहा। इसे भारतीय शेयर बाजार की सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट माना जा रहा है। इससे पहले मार्च 2020 में कोविड के चलते बाजार में इस तरह की गिरावट देखने को मिली थी।