Russia (रूस) और Ukraine (यूक्रेन) के बीच चल रही जंग के कारण आर्थिक प्रभाव स्पष्ट तस्वीर सामने आने लगी है रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों के बाद और रूस द्वारा लगाए गए कई प्रतिबंधों के बाद अब दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियों ने रूस से अपना कारोबार समेटना शुरू कर दिया है। नेटफ्लिक्स, टिकटॉक, सैमसंग और क्रेडिट कार्ड ऑपरेटर उन व्यवसायों की लंबी सूची में शामिल हो गए हैं,जो रूस के साथ संबंध तोड़ रहे हैं या देश में उनके संचालन की समीक्षा कर रहे हैं, क्योंकि प्रेस्टीज और Finance से जुड़े जोखिम बढ़ते जा रहे हैं।
बताती है ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, युद्ध के चलते लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों और परिवहन लिंक बंद होने व फाइनेंनशियल प्रतिबंधों के कारण कई कंपनियों के लिए पुर्जों की आपूर्ति करना, भुगतान करना और रूस से माल पहुंचाना असंभव नहीं तो मुश्किल हो गया है। 1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद, विशेष रूप से ऊर्जा में विदेशी व्यवसायों द्वारा तीन दशकों के निवेश को उलट दिया गया। यहां कुछ सबसे बड़ी कंपनियों के बारे में बताया गया है, जिन्होंने अपने कनेक्शन का खुलासा करना शुरू कर दिया है।
25 बिलियन dollar का राइट ऑफ
रूस के सबसे बड़े विदेशी निवेशक, बीपी पीएलसी ने सबसे पहले 27 फरवरी को अपनी आश्चर्यजनक घोषणा की कि वह राज्य-नियंत्रित रोसनेफ्ट में अपनी 20% हिस्सेदारी से अलग हो जाएगी। यह एक ऐसा कदम है जिसके परिणामस्वरूप $ 25 बिलियन का राइट-ऑफ हो सकता है और कंपनी की वैश्विक कटौती हो सकती है तेल और गैस का उत्पादन एक तिहाई बढ़ा।
Army attack को बताया मूर्खतापूर्ण
शेल पीएलसी ने रूस के “सैन्य आक्रमण के मूर्खतापूर्ण कार्य” का हवाला देते कहा कि वह राज्य-नियंत्रित गज़प्रोम के साथ साझेदारी को समाप्त कर रही है, जिसमें सखालिन-द्वितीय तरलीकृत प्राकृतिक गैस सुविधा और नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन परियोजना में इसकी भागीदारी शामिल है, जिसे जर्मनी ने पिछले सप्ताह अवरुद्ध कर दिया था। दोनों परियोजनाओं की कीमत करीब तीन अरब डॉलर है। एक्सॉन मोबिल कॉर्प ने कहा कि वह अपने सखालिन -1 संचालन को “बंद” कर देगा।