Kolkata News : पाकिस्तान के खिलाफ केन्द्र सरकार द्वारा गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल कांग्रेस की गैर मौजूदगी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह अनावश्यक विवाद है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस पूरी तरह केन्द्र सरकार के साथ खड़ी है।
उत्तर बंगाल रवाना होने से पहले दमदम हवाई अड्डे पर सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल प्रतिनिधि नहीं भेज रही है। इसका अर्थ यह नहीं है कि पार्टी केन्द्र के निर्णय का विरोध कर रही है। हम न तो प्रतिनिधि भेजने से मना कर रहे थे और न ही ऐसा कोई निर्णय लिया गया था। लेकिन, केन्द्र ने बिना किसी जानकारी या परामर्श के अपने स्तर पर फैसला ले लिया। क्या यह उचित नहीं होता कि वे हमसे पहले पूछते।
“तृणमूल राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर केन्द्र के साथ खड़ी है“
उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र हमसे पूछता, तो हम स्वयं प्रतिनिधि का नाम तय करते। लेकिन, किसी को भी जानकारी नहीं दी गयी। यहां तक कि मैं लोकसभा और राज्यसभा में पार्टी की चेयरपर्सन हूं, मुझे भी सूचित नहीं किया गया। हमारे किसी प्रतिनिधि का विदेश दौरे पर न जाना, इसका यह मतलब नहीं कि हम इसका बहिष्कार कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर केन्द्र के साथ खड़ी है। इस मुद्दे पर अनावश्यक विवाद नहीं होना चाहिए।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केन्द्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सबूत पेश करने के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है। इस प्रतिनिधिमंडल के लिए केन्द्र सरकार ने तृणमूल की ओर से पूर्व क्रिकेटर और सांसद यूसुफ पठान का नाम तय किया गया था। ममता बनर्जी ने यूसूफ पठान को प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने से रोक दिया है।
“यूसुफ का नाम प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने से पहले बात करनी चाहिए “
तृणमूल कांग्रेस के सांसद एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कहा कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में कौन प्रतिनिधि जायेगा, यह केवल पार्टी ही तय करेगी। भाजपा को यह अधिकार नहीं कि वह हमारे प्रतिनिधि का नाम तय करे। यूसुफ पठान का नाम सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने से पहले केन्द्र सरकार को हमसे बात करनी चाहिए थी। उधर, भाजपा ने इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति को राष्ट्रीय हित से ऊपर रखने का आरोप लगाया है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंच पर सबूत पेश करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान का नाम शामिल किया गया था। लेकिन, ममता बनर्जी ने अचानक उनके जाने पर रोक लगा दी। इसे लेकर सियासत गर्म हो गयी है। उधर कोलकाता एयरपोर्ट पर दिल्ली रवाना होने से पहले सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पत्रकारों को बताया कि यह निर्णय राजनीतिक नहीं, बल्कि पार्टी के आंतरिक विचार-विमर्श का हिस्सा था। हम किसी का अपमान नहीं करना चाहते, लेकिन प्रतिनिधिमंडल में ऐसे व्यक्ति की जरूरत है, जो हर स्तर पर पार्टी की बात को स्पष्टता से रख सके, विशेषकर नीति, संगठन और राष्ट्रीय दृष्टिकोण सभी मामलों में।
उन्होंने कहा कि तृणमूल ही एकमात्र पार्टी है, जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति से ऊपर उठ कर केन्द्र सरकार का समर्थन किया है। भाजपा को यह नहीं भूलना चाहिए कि जब बात देश की सुरक्षा की होती है, तब तृणमूल हमेशा साथ खड़ी होती है। लेकिन, प्रतिनिधि कौन होगा, यह निर्णय पार्टी का ही रहेगा।



