भारत के 35 शैक्षणिक कार्यक्रमों ने सब्जेक्ट आधारित क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2022 में शीर्ष 100 में स्थान हासिल किए हैं। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में दस अधिक है। ग्लोबल टॉप-50 में चार इंस्टिट्यूट ऑफ एमिनेंस को भी जगह मिली है। कुल मिलाकर भारत का सर्वोच्च रैंक वाला विश्वविद्यालय दंत चिकित्सा के लिए सविथा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेज है, जो 18वें स्थान पर है। दूसरा सर्वोच्च रैंक वाला विश्वविद्यालय इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स (आईएसएम) विश्वविद्यालय धनबाद, इंजीनियरिंग- खनिज और खनन में 26वें स्थान पर है।
इस बड़ी उपलब्धि पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि यह जानकर खुशी हुई कि विश्वविद्यालयों में 35 भारतीय कार्यक्रमों ने नवीनतम क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शीर्ष-100 स्थान हासिल किया है।
ग्लोबल टॉप-50 में चार इंस्टिट्यूट ऑफ एमिनेंस को भी जगह मिली
दुनिया के टॉप-50 में चार इंस्टिट्यूट ऑफ एमिनेंस को भी जगह मिली है। इसमें आईआईटी मद्रास भी शामिल है, जो पेट्रोलियम इंजीनियरिंग के लिए 30वें स्थान पर है। इससे यह भारत का सर्वोच्च रैंकिंग वाला सार्वजनिक संस्थान बन गया है। इसी तरह आईआईटी खड़गपुर (37वें और आईआईटी बॉम्बे 39वें स्थान पर है। दिल्ली विश्वविद्यालय विकास अध्ययन में 41वें स्थान पर है। दो भारतीय विश्वविद्यालयों आईआईएम बैंगलोर और आईआईएम अहमदाबाद ने व्यवसाय और प्रबंधन में शीर्ष-100 रैंक हासिल की है।
दिल्ली के चार शैक्षणिक कार्यक्रम भी टॉप टेन में
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के चार शैक्षणिक कार्यक्रमों ने भी क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शीर्ष 100 में जगह बनाई है। आईआईटी दिल्ली के जिन चार कार्यक्रमों ने विश्व स्तर पर शीर्ष-100 रैंक हासिल की, उनमें इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस और सिविल इंजीनियरिंग शामिल हैं। संस्थान के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कार्यक्रम ने 56वां रैंक (ओवरऑल स्कोर 77.5), मैकेनिकल इंजीनियरिंग 64वां रैंक (ओवरऑल स्कोर 76.6), कंप्यूटर साइंस 65वां रैंक (ओवरऑल स्कोर 71.0) और सिविल इंजीनियरिंग को 51-100 ब्रैकेट (ओवरऑल स्कोर 74.0) में स्थान दिया गया है।