बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट की कापियां जांचने के लिए उन्हें मूल्यांकन केंद्रों पर भेजनी शुरू कर दी है। परीक्षा समिति द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट की परीक्षा की कापियों की बारकोडिंग का कार्य समाप्त हो चुका है। इंटरमीडिएट की कापियों की जांच 26 फरवरी से शुरू हो जाएगी। इसके पूर्व परीक्षकों को मूल्यांकन केंद्रों पर योगदान करना है। कॉपी जांच होते ही मार्क शीट बनाने का काम प्रारंभ हो जाएगा। मार्कशीट तैयार होने के बाद टॉपर्स की सूची तैयार की जाएगी और उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। टापर्स वेरिफिकेशन पूरा होते ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी कर देगी।
मार्च के आखिर में जारी हो सकता है रिजल्ट
बिहार बोर्ड इंटर यानी बारहवीं परीक्षा का रिजल्ट देश के दूसरे सभी परीक्षा बोर्ड से पहले ही जारी करने की कोशिश करेगा। आपको बता दें कि अभी सीबीएसई ने 12वीं या 10वीं की परीक्षा भी नहीं ली है। पिछले साल भी बिहार बोर्ड ने कोरोना के खतरे के बीच भी समय पर परीक्षा और समय पर रिजल्ट जारी कर सबको चौंका दिया था। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर पूरी प्रक्रिया की मानिटरिंग कर रहे हैं। बता दें कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कॉपियों के मूल्यांकन के साथ ही मार्क शीट तैयार करने में एप की मदद लेती है। इससे काम तेजी से होता है और गलती की संभावना भी कम रहती है। उम्मीद जताई जा रही है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति मार्च में कभी भी इंटरमीडिएट का परिणाम घोषित कर सकती है। मार्च में कभी भी इंटर का रिजल्ट जारी कर सकता है। वैसे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि मार्च के तीसरे या चौथे सप्ताह में यह परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।