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नई दिल्ली के रोहिणी में फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा, महिला सरगना समेत तीन गिरफ्तार

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नई दिल्ली के बाहरी जिला साइबर सेल ने बजाज फाइनेंस लिमिटेड के नाम पर चलाए जा रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है। रोहिणी में चल रहे कॉल सेंटर पर छापेमारी कर पुलिस ने महिला सरगना समेत तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित कॉल सेंटर से लोगों को क्रेडिट कार्ड देने का झांसा देकर ठगी को अंजाम देती थीं। इनके कब्जे से ठगी के लिए इस्तेमाल तीन मोबाइल फोन और चार सिम कार्ड भी बरामद किए गए हैं।

गत 21 मई को पुलिस में की गई थी शिकायत

डीसीपी समीर शर्मा ने बताया कि महिला सरगना की पहचान बुराड़ी संत नगर निवासी मनीषा अहिरवाल (27) के रूप में हुई है। वहीं उसके दो टेली कॉलर की पहचान मंडी पहाड़ी निवासी कल्पना (21) और छतरपुर निवासी रीमा (23) के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 31 मई को मुंडका निवासी दिलीप कुमार ने साइबर पुलिस स्टेशन में ठगी की शिकायत की। उसने बताया कि उसके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। फोन करने वाली महिला ने खुद को बजाज फिनसर्व प्रतिनिधि बताया और कहा कि उनके नाम पर क्रेडिट कार्ड जारी हुआ है। उसने बजाज फाइनेंस की एक फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजा। लिंक को खोलकर उसमें अपना नाम पता लिखने के लिए कहा। उस लिंक के खोलते ही पीड़ित के बैंक खाते से करीब 25 हजार रुपये निकल गए।

गिरफ्तार महिला ने अपना जुर्म कबूला

पुलिस ने आरोपित के मोबाइल नंबर और बैंक खातों की जांच शुरू की। पुलिस ने फर्जी बेवसाइट के आईपी एड्रेस की जांच की, जिसमें मनीषा अहिरवाल का नाम आया। पुलिस ने लोकेशन के जरिए रोहिणी सेक्टर 8 स्थित एक फ्लैट पर छापा मारा। जहां मनीषा सहित दो अन्य महिलाएं कॉल सेंटर चला रही थीं। पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया। पूछताछ में मनीषा ने बताया कि वह पिछले दो साल से कॉल सेंटरों में काम कर रही थी। जहां से ठगी का गुर सीखने के बाद जनवरी 2022 में रोहिणी में अपना कॉल सेंटर खोल लिया। उसने दो महिलाओं को टेली कॉलर के रूप में भर्ती किया। उसके बाद वह अलग-अलग कंपनियों का प्रतिनिधि बताकर लोगों को ठगना शुरू कर दिया। 

कुणाल ने फर्जी सिम कार्ड मुहैया कराया था

मनीषा ने बताया कि वह मूलतः अहमदाबाद, गुजरात निवासी कुणाल शाह के संपर्क में आई, जिसने उसे फर्जी वेबसाइट, फर्जी बैंक खाता और फर्जी सिम कार्ड मुहैया करवाया। कुणाल फिलहाल गुरुग्राम में रहता है। वहीं उसके एक दोस्त नेहा ने ग्राहकों का डेटा मुहैया करवाया। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन लोगों ने अब तक कितने लोगों से ठगी की है। पुलिस मनीषा के बैंक खाते की भी जांच कर रही है।

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