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खुशखबरी: टाटानगर से पटना तक चलेगी सेमी हाई स्पीड ट्रेन तेजस, 160 से 180 किलोमीटर के बीच होगी रफ्तार, चंद घंटों में पूरा होगा सफर

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Indian railway semi high speed train Tejas : इंडियन रेलवे ने झारखंड और बिहार को बड़ी खुशखबरी दी है। भारतीय रेलवे ने झारखंड के टाटानगर स्टेशन से बिहार की राजधानी पटना तक सेमी हाई स्पीड ट्रेन तेजस एक्सप्रेस चलाने का फैसला किया है। यह ट्रेन महज 7 घंटे में ही टाटानगर से पटना और पटना से टाटानगर की दूरी तय कर लेगी। तेजस एक्सप्रेस की स्पीड भी शानदार होगी। 160 किलोमीटर से लेकर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ट्रैक पर फर्राटा भरेगी। अभी आईआरसीटीसी मुंबई, दिल्ली और कुछ अन्य मार्गों पर तेजस एक्सप्रेस का परिचालन कर रही है। इस ट्रेन में यात्रियों के लिए अन्य ट्रेनों से अलग कुछ विशेष सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। 

टाटानगर और हावड़ा मुंबई मुख्य रेलमार्ग सेमी हाई स्पीड ट्रेन मार्ग में शामिल हो जाएगा

आपको बता दें कि दक्षिण- पूर्व रेलवे जोन तेजस ट्रेन के लिए भीड़भाड़ वाला रूट खोजने में जुटा है, क्योंकि साढ़े सात सौ से ज्यादा क्षमता वाली यह ट्रेन खाली न जाए। जानकारों का मानना है कि टाटानगर से पटना समेत अन्य किसी एक और मार्ग पर तेजस यात्रियों को लेकर दवा लगाएगी। 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाली तेजस ट्रेन से लोग महादेव सात से आठ घंटे में टाटानगर से पटना पहुंच सकेंगे। हमने ट्रेनों से यह दूरी तय करने में फिलहाल एक 11 से 12 घंटा समय लगता है। इसके अलावा चक्रधरपुर डीआरएम ने जल्द ही अपने रेल  मंडल से वंदे भारत ट्रेन चलने की भी जानकारी दी हैं। इससे टाटानगर और हावड़ा मुंबई मुख्य रेलमार्ग सेमी हाई स्पीड ट्रेन मार्ग में शामिल हो जाएगा। इन ट्रेनों को चलाने के लिए रेल ट्रैक और रेल पटरियों को दुरुस्त करने का काम लगभग पूरा हो चुका है।

यात्रियों के लिए कई सुविधाएं भी होंगी उपलब्ध

आपको बता दें कि तेजस ट्रेन देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। यह पूरी तरह से वातानुकुलित है। इसमें यात्रियों के मनोरंजन के लिए एलइडी भी लगाई गई है। इसमें ऑटोमेटिक दरवाजे भी हैं। इसके सभी कोच में ऑटोमेटिक फायर अलार्म और डिटेक्शन सिस्टम लगाये गए हैं। कोच में ऐसा सिस्टम लगाया गया है कि आग लगने की स्थिति में ऑटोमेटिक ब्रेक लग जाएगा। कोच में बायो-वैक्यूम टॉयलेट भी है। इससे पानी की भी बचत होती है।

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