India में कोरोना संक्रमण अब पूरी तरह समाप्ति की ओर है। इससे पता चल रहा है कि अब कोरोना की तीसरी लहर से देश लगभग मुक्त हो चुका है। हालांकि कल की अपेक्षा आज 175 अधिक नए मामले सामने आए हैं। यह भी चिंताजनक है कि कोरोना के नए वैरिएंट XE के 2 मरीज भारत में पाए गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी गाइड लाइन के अनुसार, 10 अप्रैल से 18 साल की ऊपर के सभी लोग बूस्टर डोज ले सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें कीमत चुकानी पड़ेगी। प्राइवेट सेंटर पर ही बूस्टर डोज मिलेगा। इधर, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, पूरे देश में 12 से 14 साल के बच्चों को वैक्सीन लगना 16 मार्च से जारी है। इसके साथ ही 60 साल और इसके ऊपर के सभी बुजुर्गों को बूस्टर डोज भी दिया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, अभी 12 साल से कम उम्र के बच्चों को वैक्सीन देने की कोई योजना नहीं है। शायद उन्हें टीका लगाने की जरूरत न पड़े।
954 कोरोना मरीज रिकवर
गौरतलब है कि जनवरी में लगभग 4 दिनों तक संक्रमण दर में कमी के बाद 26 जनवरी से फिर तेजी शुरू हो गई थी। 2 दिनों की वृद्धि के बाद 28 जनवरी से थोड़ा बहुत उतार-चढ़ाव के साथ संक्रमण की स्पीड में कमी जारी है। अब नया संक्रमण बहुत कम हो रहा है। मृतकों की संख्या में उतार-चढ़ाव जारी है। दिल्ली और कुछ अन्य जगहों पर कोरोना मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने के बाद केंद्र ने सतर्कता के लिए राज्यों को लिखा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 17 April को सुबह जारी रिपोर्ट के अनुसार, देश में बीते 24 घंटे में मात्र 1150 नए मरीज मिले हैं। 4 मरीजों की मौत हुई है। इस दौरान 954 कोरोना संक्रमित रिकवर हुए हैं। daily positivity rate o.28% है। रिकवरी रेट 98.76% है। अब देश में एक्टिव केसेस 11,558 रह गए हैं। अब तक कोरोना से देश में 5,21,751 लोगों की मौत हुई है। अब तक देश में कोरोना वैक्सीन के 1,86,51,53,593 Dose लोगों को दिए जा चुके हैं।
रांची के स्कूल में छात्र संक्रमित
लगभग 2 महीने से भी ज्यादा समय से झारखंड लगातार कोरोना संक्रमण से उबर रहा है। अब लगभग मुक्त हो चुका है। रोजाना न के बराबर नए संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। पूरे राज्य में कुछ दर्जन एक्टिव केस बच गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा रांची के ही हैं। इस बीच रांची के एक बड़े स्कूल में एक छात्र के संक्रमित होने की बात मीडिया में आई है, लेकिन स्कूल और छात्र के नाम का खुलासा नहीं किया जा रहा है, यह चिंताजनक है। बच्चों को टीका स्कूलों में टीका देने के बारे में भी अब तक स्पष्ट कुछ सामने नहीं आया है। इसके पहले दौर में स्कूलों में 15 साल से अधिक उम्र के बच्चों को टीका दिया गया था। 12 साल के आयु वर्ग के बच्चों को इस तरह से टीका देने के बारे में अभी तक कुछ तय नहीं हो सकता। गौरतलब है कि 1 मार्च को ही राजधानी रांची स्थित RIMS कोरोना मरीजों से बिल्कुल मुक्त हो चुका है। कोरोना वार्ड को खत्म कर दिया गया है। झारखंड में मृत्यु दर शून्य हो चुकी है। अधिकतर जिलों में अब एक्टिव केस की संख्या 0 हो चुकी है। एक तरह से राज्य को पूरी तरह खोल दिया गया है। 4 अप्रैल को सरहुल जुलूस पुलिस प्रशासन की निगरानी में सफलतापूर्वक निकाला गया था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इसमें भाग लिया था। 10 अप्रैल को रामनवमी की शोभायात्रा निकली थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद तपोवन मंदिर जाकर पूजा अर्चना में शामिल हुए थे। झारखंड में स्कूलों और कालेजों में पढ़ाई अब फुल फ्लेज के साथ शुरू हो चुकी है।