India में कोरोना संक्रमण पूरी तरह समाप्ति की ओर लग रहा था। देश कोरोना मुक्ति की ओर अग्रसर था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से फिर कोरोना संक्रमित नए मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। यह अत्यंत चिंताजनक है। हालांकि यह स्थिति कुछ राज्यों में ही है।
कल की अपेक्षा आज 76 अधिक नए मामले सामने आए हैं। यह भी चिंताजनक है कि कोरोना के नए वैरिएंट XE के 2 मरीज भारत में पाए जाने की पुष्टि हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी गाइड लाइन के अनुसार, 10 अप्रैल से 18 साल की ऊपर के सभी लोग बूस्टर डोज ले सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें कीमत चुकानी पड़ेगी। प्राइवेट सेंटर पर ही बूस्टर डोज मिलेगा। इधर, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, पूरे देश में 12 से 14 साल के बच्चों को वैक्सीन लगना 16 मार्च से जारी है। इसके साथ ही 60 साल और इसके ऊपर के सभी बुजुर्गों को बूस्टर डोज भी दिया जा रहा है। 21 अप्रैल को DGCI यानी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की विशेष समिति ने 5 से 11 साल के बच्चों के लिए Corbevax टीका लगाने की सिफारिश की है। अब इन बच्चों को भी भविष्य में जल्द ही टीका लगना शुरू हो जाएगा। यही टीका 12 से 14 साल के बच्चों को भी लग रहा है।
1556 कोरोना मरीज रिकवर
गौरतलब है कि जनवरी में लगभग 4 दिनों तक संक्रमण दर में कमी के बाद 26 जनवरी से फिर तेजी शुरू हो गई थी। 2 दिनों की वृद्धि के बाद 28 जनवरी से थोड़ा बहुत उतार-चढ़ाव के साथ संक्रमण की स्पीड में कमी जारी रही, लेकिन अब रफ्तार बढ़ने की ओर दिख रही है। मृतकों की संख्या रोज बढ़-घट रही है। दिल्ली और कुछ अन्य जगहों पर कोरोना मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने के बाद केंद्र ने सतर्कता के लिए राज्यों को लिखा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 23 April को सुबह जारी रिपोर्ट के अनुसार, देश में बीते 24 घंटे में 2527 नए मरीज मिले हैं। 33 मरीजों की मौत हुई है। इस दौरान 1556 कोरोना संक्रमित रिकवर हुए हैं। daily positivity rate o.38 % है। रिकवरी रेट 98.75% है। अब देश में एक्टिव केसेस की संख्या 15,079 हो गई है। अब तक कोरोना से देश में 5,22,149 लोगों की मौत हुई है। अब तक देश में कोरोना वैक्सीन के 1,87,46,72,536 Dose लोगों को दिए जा चुके हैं।
झारखंड ने कोरोना को दी मात, गर्मी बढ़ने के कारण मॉर्निंग हुए स्कूल
लगभग 2 महीने से भी ज्यादा समय से झारखंड लगातार कोरोना संक्रमण से उबर रहा है। झारखंड ने एक तरह से वर्तमान में कोरोना को मात दे दी है। पूरे राज्य में कुछ दिन पहले केवल रांची में 5 एक्टिव के बचे हैं। विगत 3-4 दिनों में रांची और धनबाद में कोरोना मरीजों के बढ़ने की सूचना है,लेकिन कोई भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है। सभी होम आइसोलेशन में हैं। हां, यह चिंताजनक जरूर है कि रांची के एक बड़े स्कूल में एक छात्र के संक्रमित होने की बात मीडिया में आई है, लेकिन स्कूल और छात्र के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। बच्चों को स्कूलों में टीका देने के बारे में भी अब तक स्पष्ट कुछ सामने नहीं आया है। इसके पहले दौर में स्कूलों में 15 साल से अधिक उम्र के बच्चों को टीका दिया गया था। 12 साल के आयु वर्ग के बच्चों को इस तरह से टीका देने के बारे में अभी तक कुछ तय नहीं हो सका है। गौरतलब है कि 1 मार्च को ही राजधानी रांची स्थित RIMS कोरोना मरीजों से बिल्कुल मुक्त हो चुका है। कोरोना वार्ड को खत्म कर दिया गया है। झारखंड में मृत्यु दर शून्य हो चुकी है। 4 अप्रैल को सरहुल जुलूस पुलिस प्रशासन की निगरानी में सफलतापूर्वक निकाला गया था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इसमें भाग लिया था। 10 अप्रैल को रामनवमी की शोभायात्रा निकली थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद तपोवन मंदिर जाकर पूजा अर्चना में शामिल हुए थे। झारखंड में स्कूलों और कालेजों में पढ़ाई अब फुल फ्लेज के साथ शुरू हो चुकी है। अप्रैल में ही गर्मी के तीखापन को देखते हुए स्कूलों में मॉर्निंग कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। 22 अप्रैल को राजधानी के सेंट जेवियर्स स्कूल के स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि यदि स्कूल आने-जाने में गर्मी के कारण बच्चों को अधिक दिक्कत होगी तो बंद करने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन फिलहाल अभी मॉर्निंग में स्कूल चलते रहेंगे।