Kya Madhumeh ke rogi ber ka fal kha sakte hain, Can diabetic patients eat plum fruit?, health tips, health alert, health news : वैसे तो बेर खाने के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। बेर के नुकसान पर एक नजर डाल लेते हैं। मधुमेह रोगियों को उनके कार्बोहाइड्रेट की मात्रा का ध्यान रखना आवश्यक है। आइये जानते हैं कि क्या डायबिटीज की बीमारी में बेर खाया जा सकता है।बेर सर्दियों में मिलता है। इसमें मौजूद गुण और पोषक तत्व शरीर के लिए बहुत लाभप्रद होते हैं। बेर में मौजूद गुण पाचन तंत्र के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। इसका सेवन करने से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद मिलती है। बेर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और इसमें कार्ब्स की भी मात्रा बहुत कम होती है। इसके अलावा बेर में एंटी-ऑक्सीडेंट, फाइबर, पोटेशियम, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन और थियामिन आदि की अच्छी मात्रा होती है। ब्लड शुगर के मरीजों के लिए बेर का सेवन फायदेमंद होता है।” डायबिटीज में बेर का सेवन करने से वजन कम करने, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। बेर फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो कब्ज को ठीक करने में सहायक होता है। जब फाइबर की अधिक मात्रा हो जाती है, तो यह गैस और पेट की सूजन का कारण बन सकती है।
लेटेक्स से एलर्जी हो तो बेर के सेवन से बचना चाहिए
बेर स्वाद में बेहतरीन होने के साथ ही गुणों से समृद्ध होते हैं। फिर भी इन्हें अधिक मात्रा में खाने से बचना चाहिए। आप बेर खाने के फायदे और नुकसान दोनों से जुड़ी जानकारी इस लेख के माध्यम से हासिल करके इसे डाइट में शामिल कर सकते हैं। यहां इसके सेवन की सही मात्रा की जानकारी भी दी गयी है। हां, अगर कोई किसी शारीरिक समस्या से जूझ रहा है, तो बेर के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
बेर को लम्बे समय तक सुरक्षित कैसे रखें ?
बेर के सही स्वाद और लाभ उठाने के लिए इसके चयन और सुरक्षित रखने के तरीके को ध्यान में रखना जरूरी है। नीचे हम बेर के चयन और सुरक्षित रखने का तरीका बता रहे हैं…
बेर के चयन का तरीका
अगर ताजा बेर खरीदना चाहते हैं, तो थोड़े हरे और नरम बेरों का चयन करें। बेर में कीड़े के छेद नहीं होने चाहिए। बेर को खरीदने से पहले चख कर देख सकते हैं। ज्यादा पीले बेर न खरीदें। मुरझाये हुए बेर बासी होते हैं, उन्हें खरीदने से बचें।
बेर को सुरक्षित रखने का तरीका
बेर को दो से तीन दिन के लिए सामान्य तापमान में रख सकते हैं। एक हफ्ते तक के लिए बेर को सुरक्षित रखना है, तो इन्हें फ्रिज में डाल दें। आप चाहें, तो बाजार से सूखे बेरों का भी चयन कर सकते हैं। सूखे बेरों को कई महीनों तक स्टाेर करके उपयोग किया जा सकता है। बेर को सूखा कर या सूखे बेर को पीस कर पाउडर के रूप में भी स्टोर कर सकते हैं।
अब जानें बेर के उपयोग के तरीके
बेर का सेवन कई प्रकार से कर सकते हैं। इसे फल के रूप में सीधा खा सकते हैं या फिर इसका उपयोग अर्क बना कर भी कर सकते हैं। यहां हम बेर का सेवन करने के कुछ और तरीके बता रहे हैं…
बेर का सेवन नाश्ते में किया जा जाता है। चाय बनाने में भी बेर का इस्तेमाल कर सकते हैं। अचार, मुरब्बा, जूस और ब्रांडी बनाने के लिए भी बेर का उपयोग किया जाता है। बेर का उपयोग एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के चलते प्रभावित स्थान पर लगाने के लिए कर सकते हैं।
बेर का सेवन कब करें
बेर को खाने का कोई निश्चित समय नहीं है। आप इसे सुबह-शाम नाश्ते में या जब भी मन करे, तब खा सकते हैं।
बेर का उपयोग कितनी मात्रा में करें
रोजाना तीन बेर का सेवन किया जा सकता है। करीब 15 ग्राम तक सूखे बेर का सेवन भी सुरक्षित बताया गया है।
बेर के पौधे में फल लगने में कितना समय लगता है ?
यह एक मौसमी फल है, जो मार्च के महीने में फलता है। इसके पौधे को लगाने के एक से दो साल में यह फलना शुरू होता है। एक बार फल आने के बाद हर साल मार्च के महीने में दोबारा इसमें फल लगते हैं।
आप एक दिन में कितने बेर खा सकते हैं?
एक दिन में मध्यम आकार के 3 से 4 बेर खा सकते हैं।
बेर में कौन-कौन से होते हैं पोषक तत्व
पोषक तत्व मूल्य प्रति 100 G
पानी : 77.86 ग्राम
कैलोरी : 79 कैलोरी
प्रोटीन : 1.20 ग्राम
वसा : 0.20ग्राम
कार्बोहाइड्रेट : 20.23 ग्राम
कैल्शियम : 21 मिलीग्राम
आयरन : 0.48 मिलीग्राम
मैग्नीशियम : 10 मिलीग्राम
फास्फोरस : 23 मिलीग्राम
सोडियम : 03 मिलीग्राम
पोटेशियम : 250 मिलीग्राम
जिंक : 0.05 मिलीग्राम
कॉपर : 0.073 मिलीग्राम
मैंगनीज : 0.084 मिलीग्राम
विटामिन-सी : 69 मिलीग्राम
थियामिन : 0.020 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन : 0.040 मिलीग्राम
नियासिन : 0.900 मिलीग्राम
विटामिन-बी 6 : 0.081 मिलीग्राम
फाइबर : 3.46 ग्राम (26)
विटामिन-ए आरएई : 2 µg
विटामिन-ए : 40 आईयू