Health tips : शरीर में किसी भी तरह की समस्या होने पर हमारा शरीर कई तरीकों से हमें चेतावनी देता रहता है। लेकिन, हम या तो इन्हें लापरवाही में या फिर छोटी-मोटी प्रॉब्लम समझ कर इग्नोर करते रहते हैं, जो आगे चलकर गम्भीर रूप ले लेती है। फिर इनके उपचार में और इन्हें ठीक होने में लम्बा वक्त लग जाता है। बेवजह वेटलॉस होना, सांस फूलना, बार-बार इन्फेक्शन होना; ये सभी ऐसी समस्याएं हैं, जिन्हें अनदेखा करने की गलती नहीं करनी चाहिए।
बिना वजह वजन कम होना
यदि आप वजन कम करने के लिए कोई एफर्ट नहीं कर रहे हैं, लेकिन फिर भी आपका वेटलॉस तेजी से हो रहा है, तो यह डायबिटीज, थायरॉयड डिसऑर्डर या कैंसर जैसी गम्भीर बीमारी का भी लक्षण हो सकता है। इसके अलावा स्ट्रेस डिसऑर्डर, एनोरेक्सिया, बुलिमिया और कई बिहेवियर सम्बन्धी समस्याओं के चलते भी वजन गिरने लगता है। ऐसा होने पर बिना देर किये तुरंत डॉक्टर को दिखायें, ताकि वे इसके कारणों का पता लगा कर समय रहते उसका इलाज शुरू कर सकें।
सांस फूलना या सांस लेने में परेशानी
सांस लेने में परेशानी या हल्के-फुल्के काम करने से ही सांस फूलने लगे, तो यह भी एक सीरियस प्रॉब्लम की ओर इशारा हो सकता है। किसी खास मौसम में ऐसी समस्या होना अस्थमा हो सकता है। इसी तरह पॉल्यूशन या कबूतरों की बीट और कुछ फंगल इन्फेक्शन के चलते भी सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। हार्ट अटैक या हार्ट फेल होना, वॉल्व डिसऑर्डर से कई बार कार्डियक अस्थमा जैसी समस्या का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें। सिंपल एक्स-रे से सांस से जुड़ीं समस्याओं का पता लग जाता है।
बार-बार इन्फेक्शन होना
बार-बार इन्फेक्शन होना, घाव का जल्दी न भरना, गले में दर्द व खांसी के साथ वजन गिरने जैसी समस्याएं यदि अकसर आपको परेशान करती हैं, तो ये कमजोर इम्युनिटी की ओर इशारा करती हैं। शरीर में न्यूट्रिशन की कमी और एनीमिया की वजह से इम्युनिटी कमजोर हो सकती है। इसके अलावा एचआईवी भी इसकी एक प्रमुख वजह है। ऐसे में बिना लापरवाही बरते तुरंत उपचार करायें।
नींद नहीं आना
रातों तक ठीक से नींद नहीं आना भी गम्भीर समस्या का लक्षण हो सकता है। नॉर्मल से कम नींद लेने से सिर्फ मूड ही चिड़चिड़ा नहीं होता, बल्कि इससे हार्ट प्रॉब्लम्स का भी खतरा बढ़ जाता है और स्किन भी डल नजर आने लगती है। यदि नींद नहीं आने की वजह स्ट्रेस है, तो उसे मैनेज करने के उपायों पर ध्यान दें। विशेषज्ञ से मिलें, अपनी परेशानी बतायें ; अन्यथा इससे व्यक्ति डिप्रेशन का भी शिकार हो सकता है।