Health tips and Lifestyle: फास्ट जमाने का फास्ट फूड फास्ट लाइफ से जुड़ी खुशियों को छीनने की ओर आगे बढ़ रहा है। तमाम किस्म की ऐसी परेशानियां पैदा कर रहा है, जो चिंतित कर रही हैं। अब मान लीजिए कोई नव विवाहित जोड़ा अगर संतान सुख से चाह कर भी वंचित रह जा रहा है,क्षतो इसके पीछे कुछ ना कुछ तो सेहत से जुड़ा कारण है। अगर किसी शादीशुदा महिला के पीरियड्स रेगुलर हैं, उसके बाद भी चाह कर प्रेगनेंसी नहीं हो, तो इसका मतलब उसके कारणों को डॉक्टरी आधार पर जानना जरूरी है। इसका उचित इलाज डॉक्टरी परामर्श ही है।
वास्तव में यह ओवेल्यूएशन का प्रॉब्लम
डॉक्टरों की माने तो ऐसी स्थिति का कारण ओवेल्यूएशन की समस्या हो सकती है। आपके पीरियड्स रेगुलर हैं लेकिन उसके बाद कंसीव नहीं कर पा रही हैं तो इसके कुछ जिम्मेदार कारण भी हो सकते हैं। आजकल ऐसा देखा जा रहा है कि महिलाओं में हार्मोनल इंबैलेंस देखने को मिलता है। पीसीओएस की प्रॉब्लम में हार्मोनल इंबैलेंस होता है। यह एग रिलीज होने के प्रोसेस को रोकता है। इसी कारण रेगुलर पीरियड्स होने के बाद भी प्रेग्नेंसी कंसीव नहीं कर पा रही हैं।
विटामिन और मिनरल की कमी
अगर आप बहुत ही ज्यादा स्ट्रेस लेते हैं जिस वजह से कार्टिसोल हार्मोंस बढ़ते हैं जो कि रिप्रोडक्टिव हार्मोंस को प्रभावित करते हैं। खानपान की कमी भी एग रिलीज होने का प्रोसेस कम हो जाता है। इसलिए भोजन में विटामिन बी6, विटामिन डी, ओमेगा 3 की कमी से बॉडी में एग रिलीज होने का प्रोसेस कम हो जाता है। थायराइड हार्मोंस की गड़बड़ी कई बार मेंस्ट्रुअल साइकल का रेगुलर नहीं होने देती है।



