Kabul news : अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने कहा है कि मंगलवार की रात पकतीका के बरमल जिले में पाकिस्तानी हवाई हमले में 46 लोग मारे गए हैं। इनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे थे। बरमल जिला दक्षिणी वजीरिस्तान के वाना और रजमक इलाकों के पास है। तालिबान अधिकारियों के अनुसार हमले में वजीरिस्तान के शरणार्थियों को निशाना बनाया गया है। अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात का मानना है कि यह क्रूर कार्रवाई सभी अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का उल्लंघन है और इसकी कड़ी निंदा की जाती है। पाकिस्तानी पक्ष को समझना चाहिए कि इस तरह की मनमानी कार्रवाई किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। इस्लामी अमीरात इस क्रूर कार्रवाई का जवाब देगा। वह अपनी धरती और इलाके़ की रक्षा करना अपना अधिकार समझता है।
काबुल ने भारत को आश्वासन दिया था
दूसरी ओर, भारत सरकार के सूत्रों से बताया कि नई दिल्ली, पाकिस्तान-अफगानिस्तान संबंधों पर बारीकी से नजर रख रही है, क्योंकि इस्लामाबाद से नाराज काबुल, नई दिल्ली से रिश्ते मजबूत करने की कोशिश कर सकता है। भारत हमेशा से काबुल में एक ऐसी सरकार चाहता रहा है, जो पाकिस्तान को अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल आतंकवादी गुटों के लिए पनाहगाह और भारत विरोधी गतिविधियों के लिए लांचपैड के तौर पर न करने दे। काबुल ने भारत को आश्वासन दिया है कि वह अपनी धरती का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों के लिए नहीं होने देगा।
चार इलाकों को निशाना बनाया गया
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने बताया कि पकतीका प्रांत के चार इलाकों को निशाना बनाया गया है। उन्होंने कहा है कि ये बड़े अफसोस की बात है कि कल रात पकतीका प्रांत के बरमल जिले में चार जगहों पर बमबारी की गई, जिसमें 46 लोग मारे गए। छह लोग घायल हुए। कई घर ध्वस्त हो गए। मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे थे। तालिबान सरकार के रक्षा मंत्रालय से जारी एक बयान में हमले की निंदा करते हुए इसे “बर्बर” बताया गया है।
अफगानिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री मोहम्मद हनीफ अतमार ने बरमाल में हुए हमलों की निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”अफ़सोस की बात है कि तालिबान सरकार के पास इन हमलों को रोकने के लिए कोई साधन नहीं है। उसके पास कोई वायु सेना या रक्षा बल नहीं है।”