अमेरिका के लॉस एंजिल्स शहर में रहने वाले ट्रांसजेंडर पुरुष बेनेट कास्पर विलियम्स ने एक बच्चे को जन्म दिया। लेकिन उन्हें शिकायत है कि जब वो गर्भावस्था में थे तो नर्स उन्हें मॉम कहकर बुलाती थीं। ये बात बेनेट को नहीं पसंद आती थी। बेनेट कास्पर विलियम्स ने एक इंटरव्यू में खुद के मां बनने की कहानी साझा की है।
हर बच्चा पैदा करने वाला ‘मां’ नहीं हो सकता
37 साल के ट्रांसजेंडर बेनेट कास्पर का मानना है कि हर बच्चा पैदा करने वाला ‘मां’ नहीं हो सकता। पुरुष होने के बावजूद नर्सें उनकी गर्भावस्था के दौरान उन्हें ‘मॉम’ कहने पर जोर देती थीं। बेनेट जब 20 साल के हुए और उनमें बदलाव की प्रक्रिया शुरू हुई, तब उन्हें पता चला कि वे एक ट्रांसजेंडर हैं. इस बीच साल 2017 में उनकी मुलाकात मलिक से हुई, जिनसे उन्होंने 2019 में शादी कर ली। इसके बाद दोनों ने फैसला किया कि वे बच्चे पैदा करना चाहते हैं।
सर्जरी के जरिए अपने ब्रेस्ट को निकलवाया
इसके बाद उन्होंने बच्चे पैदा करने के लिए मौजूदा विकल्पों को तलाशा। इसके लिए बेनेट को टेस्टोस्टेरोन हार्मोन थेरेपी रोकना पड़ती, जो वे पिछले कई सालों से अपने ओवरी को कार्य करने में सक्षम बनाने के लिए कर रहा था। बेनेट ने 2015 में एक सर्जरी के जरिए अपने ब्रेस्ट को निकलवा दिया था, जिसमें उनके लगभग 3 लाख 76 हजार से ज्यादा रुपये खर्च हुए. लेकिन उनके रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा था। अंत में उन्होंने फैसला किया कि वो गर्भ धारण करने में कंफर्टेबल हैं।फिर बेनेट ने गर्भ धारण कर लिया। इसके बाद उन्होंने सिजेरियन सेक्शन के माध्यम से एक बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने हटसन रखा। हटसन लगभग डेढ़ साल का हो चुका है।
अपने स्तन को लेकर दुखी रहता था बेनेट
बेनेट ब्रेस्ट ऑपरेशन के बार में बताते हैं कि वह स्तनों को लेकर काफी दुखी था, इसलिए अपने ब्रेस्ट हटाने का निर्णय किया। उन्होंने कहा कि मुझे शरीर के कुछ हिस्सों को खोने के बाद कभी बुरा नहीं महसूस हुआ। बेनेट ने कहा कि उन्होंने कभी ये अनुमान नहीं लगाया था कि सर्जरी के बाद उनको कितनी राहत मिलेगी। बेनेट का कहना है कि हम मातृत्व के संदर्भ में नारीत्व को परिभाषित करना बंद कर दें, क्योंकि यह एक झूठी समानता है कि सभी महिलाएं मां बन सकती हैं या बच्चों को पैदा करने वाले सभी लोग मां हैं।