दक्षिण अफ्रीका में अब भीषण बाढ़ तबाही का रूप ले चुकी है। अब तक 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 50 हजार से ज्यादा लोग बेघर हुए हैं। अभी भी भारी संख्या में लोग गायब बताए जा रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने चार हजार से ज्यादा लोगों को राहत कार्य में लगाया है।
सबसे बड़ा शहर डरबन भी बाढ़ की चपेट में
दक्षिण अफ्रीका का सबसे बड़ा शहर डरबन भी इस तबाही की चपेट में आ चुका है। इसके अलावा क्वाजुलु और नताल प्रांतों में भी बाढ़ की भयावहता देखी जा रही है। अब तक 500 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। इनमें से 443 की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 63 लोग अबु भी गायब बताए जा रहे हैं। कई अन्य लोगों के भी गायब होने की उम्मीद है। 17,500 घरों के क्षतिग्रस्त होने की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से चार हजार घर पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं। पचास हजार लोग बेघर हैं। तमाम घरों से शव बरामद किए जा रहे हैं, इसलिए मरने वालों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
बुनियादी ढांचे तहस-नहस हुए
बाढ़ की विभीषिका ने बुनियादी ढांचे पर सीधा प्रहार किया है। 58 अस्पताल पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं। भारी संख्या में स्कूल व सरकारी दफ्तर भी बाढ़ की चपेट में आए हैं। भारी बारिश से सड़कें बह गयी हैं और बिजली गुल हो गई है। राहत कार्य में 4000 से अधिक लोगों को लगाया गया है। सेना भी राहत के लिए उतार दी गयी है। सेना कुछ अस्थायी अस्पताल भी बना रही है, ताकि लोगों को इलाज हो सके।