पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की जान पर खतरा बढ़ गया है। लाहौर प्रशासन ने यह अंदेशा जताया है। लाहौर प्रशासन की रिपोर्ट के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इमरान खान की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं। शहबाज ने इमरान की जनसभाओं में भी कोई बाधा उत्पन्न न करने के निर्देश दिए हैं।
सुरक्षा एजेंसियां चौकस
दरअसल इमरान खान ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद 13 अप्रैल को पेशावर से विरोध अभियान शुरू किया है। उन्होंने 16 अप्रैल को कराची में भी रैली की। इन दोनों रैलियों में भारी संख्या में लोग जुटे और इमरान खान का समर्थन किया। अब अगली रैली लाहौर में होने वाली है। रैली का फायदा उठाकर आतंकी उन पर हमला कर सकते हैं। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों को चौकस कर दिया गया है।
इमरान की पार्टी ने भी खतरे को लेकर लिखा पत्र
इस पर लाहौर के अतिरिक्त उपायुक्त अतियाब सुल्तान ने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इस्लाम (पीटीआई) को पत्र लिखकर इमरान खान की जान को खतरा होने की जानकारी दी है। पत्र में कहा गया है कि सुरक्षा एजेंसियों को गंभीर खतरे के संकेत मिले हैं। साथ ही जिला और प्रांतीय स्तर की खुफिया रिपोर्ट का हवाला देकर इमरान खान को वर्चुअल रैली की सलाह दी गयी है।
शांतिपूर्ण जनसभाएं लोकतंत्र का हिस्सा: शरीफ
ताजा घटनाक्रमों के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इमरान खान को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने के आदेश दिए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से ट्वीट कर जानकारी दी गयी है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गृह मंत्रालय को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की त्रुटिहीन व पूर्ण मुस्तैदी के साथ सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि शांतिपूर्ण जनसभाएं लोकतंत्र का हिस्सा हैं, इसलिए जनसभाओं के आयोजन में भी कोई बाधा न उत्पन्न करने के निर्देश भी दिए गए हैं।