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FUTURE PLANNING : पहली बार बन रहा तैरने वाला शहर, रहेगी एक लाख के करीब आबादी, 2023 तक बनकर हो जाएगा तैयार

FUTURE PLANNING : पहली बार बन रहा तैरने वाला शहर, रहेगी एक लाख के करीब आबादी, 2023 तक बनकर हो जाएगा तैयार

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तैरने वाले शहर सुनकर आप थोड़ा हैरान जरूर हो गए होंगे, लेकिन यह बात कोई दिवास्वप्न नहीं है। इस अचरज भरे शहर का सपना 2023 में साकार होने वाला है। साउथ कोरिया ने बुसान शहर के किनारे पर फ्लोटिंग सिटी यानी तैरने वाला शहर बनाने की योजना है। इसके निर्माण पर काम प्रारंभ भी हो चुका है। 2023 तक यहां दुनिया का पहला तैरने वाला शहर तैयार हो जाएगा। यह शहर बेहतरीन वास्तुकला से बना होगा। यहां शुरू में सिर्फ 12 हजार लोग होंगे, लेकिन बाद में इसकी क्षमता को एक लाख तक बढ़ाया जाएगा।

हॉलीवुड फिल्म वाटर वर्ल्ड की कहानी को सच साबित करने में जुटा दक्षिण कोरिया

आपको बता दें कि साल 1995 में हॉलीवुड में ‘वॉटर वर्ल्ड’ नाम की फिल्म बनी थी। इसमें यह कल्पना की गई थी पूरी दुनिया में ग्लोबल वार्मिंग से बर्फ पिघल जाएगी और पानी-पानी हो जाएगा। इसके बाद इंसान समुद्र के पानी पर तैरने वाले शहर (Floating City) बना कर रहेंगे। वह भले ही एक फिल्म की कहानी रही हो, लेकिन साउथ कोरिया इस कहानी को सच में बदलने वाला है। साउथ कोरिया 2023 तक दुनिया का सबसे पहला तैरने वाला एक टिकाऊ शहर बनाना चाहता है।

संयुक्त राष्ट्र की भूमिका सलाहकार की तरह

इस परियोजना का एक प्रोटोटाइप 26 अप्रैल को संयुक्त राष्ट्र के गोलमेज सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया। बताया गया कि ये शहर बुसान के तट पर होगा, जो अपने समुद्री तटों, पहाड़ों के लिए मशहूर है। यह परियोजना न्यूयॉर्क की OCEANIX, बुसान शहर और UN हैबिटैट के साथ साझेदारी में बनाई जाएगी। अभी के स्तर पर संयुक्त राष्ट्र की भूमिका सलाहकार की तरह है। वह अभी इस बात का डेटा इकट्ठा करेगा कि आखिर यह शहर काम कैसे करता है।

जमीन से पुल के जरिए जुड़ा होगा शहर

बुसान के मेयर पार्क हेओंग-जून ने कहा, ‘मैं द फर्स्ट टू द फ्यूचर के सिद्धांत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को गंभीरता से लेता हूं। हम यूएन हैबिटैट और OCEANIX के साथ इस आइडिया पर काम करने वाले पहले लोग हैं। समुद्र के स्तर में वृद्धि से तटीय शहरों पर होने वाले विनाशकारी प्रभाव से हमारा भविष्य दांव पर है।’ फ्लोटिंग सिटी जलवायु परिवर्तन से होने वाले उतार -चढ़ाव वाले वातारण के अनुकूल होने में सक्षम होगा। शहर प्लेटफॉर्म पर बसा होगा और ये सभी आपस में एक दूसरे से जुड़े हैं। इसके साथ ही जमीन से वह पुल के जरिए कनेक्ट होगा।

करीब एक लाख लोग रह सकेंगे

ह्यूमन सेटलमेंट प्रोग्राम के कार्यकारी निदेशक मैमुना मोहम्मद शरीफ ने कहा कि इस तरह की मीटिंग से बड़े रिजल्ट सामने आ रहे हैं। तीन साल पहले जब हमारी मीटिंग हुई थी तो सभी ये जानना चाहते थे कि वह कब इस शहर में जा सकते हैं। हमारे पास अब इसका जवाब है। यह शहर बेहतरीन वास्तुकला से बना होगा। इसमें जीरो वेस्टेज होगा और वहीं पर सभी चीजों को उगाया जाएगा। शुरुआत में शहर में 12,000 लोग रह सकेगें, बाद में हम इसे करीब एक लाख तक बढ़ाएंगे।

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