Pakistan (पाकिस्तान) में एक हिंदू बेटी की हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आने की सूचना है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पहले युवती के अपहरण की कोशिश की गई थी, लेकिन अपने मंसूबों में नाकामयाब रहे आरोपियों ने दिन-दहाड़े उसे गोली मार दी। जान लीजिए कि यह पहला मौका नहीं है, जब पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की लड़की के अपहरण की कोशिश की गई है। पाकिस्तान की आबादी में हिंदू समुदाय 1.65 फीसदी है।
विरोध करने पर चलाई गोली
द फ्राइडे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 18 साल की हिंदू बेटी पूजो ओद को कथित रूप से सुक्कू के रोही में गोली मार दी गई। एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के हवाले से बताया गया कि यह माना जा रहा है कि आरोपियों का विरोध करने पर युवती को बीच सड़क पर गोली मार दी गई।
अत्यंत चिंताजनक हालात
मीडिया की ओर से यह जानकारी मिलती है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय लंबे समय से जबरन शादी और धर्मांतरण की परेशानियां झेल रहे हैं। पीपुल्स कमीशन फॉर माइनॉरिटीज राइट्स एंड ता सेंटर फॉर सोशल जस्टिस के अनुसार, साल 2013 और 2019 के बीच जबरन धर्मांतरण के 156 मामले दर्ज किए गए। साल 2019 में सिंध सरकार ने जबरन धर्मांतरण और शादी के खिलाफ कानून बनाने की कोशिश की थी। हालांकि, उस दौरान कई धार्मिक प्रदर्शनकारियों ने बिल का विरोध किया था। उन्होंने तर्क दिया था कि लड़कियों को धर्मांतरण के लिए मजबूर नहीं किया जा रहा, बल्कि वे मुसलमान पुरुषों के साथ प्यार करने के बाद ऐसा कर रही हैं।