Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

IDEA OF LIFE : स्ट्रेस फ्री होने के लिए योगनिद्रा का सहारा लेते हैं गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, नॉन स्लीप डीप रेस्ट, आप भी जानें और रहें…

IDEA OF LIFE : स्ट्रेस फ्री होने के लिए योगनिद्रा का सहारा लेते हैं गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, नॉन स्लीप डीप रेस्ट, आप भी जानें और रहें…

Share this:

Today’s world is full of stress. Make it creative and be free. आज की दुनिया तनावों से भरी है। इसे रचनात्मक बनाएं और इससे मुक्त रहें। कहने के लिए बहुत कुछ बातें होती हैं, लेकिन बात कहने से नहीं करने से बनती है। तनाव अगर समस्या है, है ही, तो इसे रचनात्मक दिशा में मोड़ कर इससे मुक्त हुआ जा सकता है। इसके लिए दुनिया में तरह-तरह के लोग तरह-तरह से जतन करते हैं और तरह-तरह की प्रक्रियाओं को अपनाते हैं। तनाव कम करने के लिए म्यूजिक का सहारा लेना सामान्य बात है।

सुंदर पिचाई का आइडिया

स्ट्रेस फ्री रहने के लिए दुनियाभर में बिजनेस टायकून ध्यान करते हैं। इंटरनेशनल मीडिया के सहारे यह जानकारी मिली है कि दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई अलग तरीके से खुद को रिलैक्स करते हैं। पिचाई ने खुलासा किया है कि वे काम का तनाव कम करने के लिए NSDR (नाॅन-स्लीप डीप रेस्ट) का सहारा लेते हैं। वास्तव में यह भारतीय योगनिद्रा पद्धति का ही आधुनिक रूप है। इसे आगे हम बताएंगे

बिना सोए गहरा आराम

पिचाई ने बताया कि एक पॉडकास्ट के जरिए उन्हें इस बात की जानकारी मिली थी। इसमें बिना सोए गहरे आराम के जरिए आप अपने शरीर काे दोबारा काम करने लायक बना लेते हैं।’ पिचाई ने बताया, ‘जब भी मुझे ध्यान करने में मुश्किल होती है तो मैं एनएसडीआर संबंधी वीडियो खोजता हूं। 10, 20, 30 मिनट के इन वीडियो के जरिये NSDR करने की कोशिश करता हूं।’

न्यूरो साइंटिस्ट का ईजाद

NSDR को स्टैनफोर्ड न्यूरोसाइंस के प्रो. एंड्रयू ह्यूबरमैन ने ईजाद किया था। NSDR में व्यक्ति आंख बंद कर बिस्तर या जमीन पर लेट जाता है। फिर किसी एक चीज पर अपना ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करता है। ह्यूबरमैन के मुताबिक, एनएसडीआर लोगों को आराम करने, अधिक आसानी से सोने, तनाव और चिंता को कम करने, दर्द को कम करने और यहां तक​ ​कि सीखने में तेजी लाने में मदद कर सकता है।

योगनिद्रा : ऋग्वेद में उत्पत्ति का जिक्र

स्टेप-1: किसी शांत और कम रोशनी वाले स्थान पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। शरीर को पूरी तरह ढीला छोड़ दें। हथेलियां खोलकर आसमान की तरफ रखें।

स्टेप-2: गहरी सांस लें। फिर सामान्य सांस लेते हुए ध्यान दाहिने पैर के पंजे पर केंद्रित करें। इस दौरान मन में बेतरतीब ख्याल आएं तो उन्हें रोकने की कोशिश न करें।

स्टेप-3: अब अपना ध्यान पंजे से घुटने, फिर जांघ पर लाएं। यही प्रक्रिया बाएं पैर के साथ दोहराएं। ऐसे करते-करते गले, छाती आदि पर ध्यान केंद्रित करें।

स्टेप-4: गहरी सांस लें और कुछ देर इसी स्थिति में लेटे रहें। अब ध्यान आसपास के वातावरण पर ले जाएं और दाहिनी करवट लेकर बायीं नासिका से सांस छोड़ें।

स्टेप-5: ऐसा करने से शारीरिक तापमान गिरेगा। थोड़ी देर बाद धीरे से उठकर बैठ जाएं और धीरे-धीरे ही अपनी आंखें खोलें। इस पूरी प्रक्रिया में 10-15 मिनट लगेंगे।

Share this: