Israel- philistin war, international news, Global News, gaja City, war between Israel and philistin, war update :फिलिस्तीन अब 7 अक्टूबर 2023 की तिथि कभी नहीं भूलेगा। हमास के आतंकियों ने एक साथ इजरालय पर 5,000 रॉकेटों से धावा बोल दिया था। इसकी भनक इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद तक को नहीं लगी कि हमास इतना बड़ा हमला करने वाला है। बता दें कि हमास के लड़ाके पैराग्लाइडर से इजरायल की सीमा में दाखिल हो गए थे। पवित्र अल अक्सा तक में हमास के लड़ाके बंदूक लेकर आ गये। इसके बाद अपनी कार्रवाई पर हमास ने कहा कि वे ऑपरेशन अल- अक्सा लॉन्च कर रहे हैं। इस हमले में इजरायल के लगभग 1,500 लोग मारे जा चुके हैं। इसके बाद हमास की कार्रवाई से बौखलाए इजराइल में इस हमले को युद्ध करार दिया और बदला लेने की कसम खाली। इसराइल ने कहा कि युद्ध है तो चालू हमास ने किया है लेकिन खत्म हम करेंगे। इसके बाद क्या था इसराइल ने हमास के ठिकानों और गाजा सिटी के प्रमुख स्थलों को चुन-चुन कर तबाह करना शुरू कर दिया। इजरायल ने कहा था कि 6 घंटों के अंदर गाजा के निवासी, शहर छोड़कर फिलिस्तीन के दक्षिणी इलाके में चले जाएं क्योंकि शहर में तबाही मचाने वाली वाली है।
इजरालय के कड़े एक्शन संयुक्त राष्ट्र तनाव में
इस भीषण युद्ध को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इजरायल का उत्तरी गाजा में लगभग 11 लाख लोगों को 6 घंटे के भीतर वहां से चले जाने की चेतावनी देना खतरनाक बात है। यह संभव नहीं है। युद्ध के भी कुछ नियम और कानून होते हैं। गाजा में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों को बृहस्पतिवार को इजरायली सेना में उनके संपर्क अधिकारियों ने सूचना दी कि उत्तरी गाजा की करीब 11 लाख की आबादी को अगले 24 घंटे के भीतर दक्षिणी हिस्से में चले जाना चाहिए। यह आदेश संयुक्त राष्ट्र के सभी कर्मियों और उन लोगों पर भी लागू होता है, जिन्होंने स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र और क्लीनिक समेत संयुक्त राष्ट्र केंद्रों में शरण लिया है।
बिना पानी और भोजन के मर जाएंगे गाजा के लोग
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने आगे कहा कि घनी आबादी वाले युद्ध क्षेत्र में 10 लाख से अधिक लोगों का ऐसे स्थान पर जाना जहां न भोजन है, न पानी और न ही रहने की जगह और जहां पूर्ण नाकाबंदी है, अत्यधिक खतरनाक है। यह इतने कम समय में संभव नहीं है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने पश्चिम एशिया की स्थिति पर सुरक्षा परिषद की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जाने से पहले ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हवाई हमलों के कुछ दिन बाद इजरायली रक्षा बलों ने गाजा और उसके आसपास के क्षेत्रों में फलस्तीनियों को दक्षिणी क्षेत्र में जाने का आदेश दिया है।
घायलों से अस्पताल भरे, मुर्दाघरों में नहीं है जगह
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि दक्षिणी गाजा में घायलों से अस्पताल पहले से ही भरे हुए हैं। ये हॉस्पिटल उत्तरी गाजा के हजारों नए मरीजों का इलाज कैसे कर पाएंगे। यहां फर्श पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। और मरीज आएंगे तो उनका कहां इलाज होगा। यह बात इसराइल को भी सोचनी चाहिए। यहां की स्वास्थ्य प्रणाली पूरी तरह से चरमरा चुकी है। उन्होंने कहा कि युद्ध में भारी संख्या में लोगों के मारे जाने के कारण मुर्दाघर भी भर चुके हैं। वह दफनाने की जगह तक नहीं बची है। ऐसे में इसराइल किया घोषणा और परेशानी खड़ी करेगी।
काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों की हुई हत्या
युद्ध को लेकर उन्होंने आगे कहा कि अब तक 11 स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी पर रहते हुए हत्या की गई है। पिछले कुछ दिन में स्वास्थ्य केंद्रों पर 34 हमले हुए हैं। गाजा की स्थिति को खतरनाक बताते हुए गुतारेस ने कहा कि पूरे इलाके में पानी का संकट प्रारंभ हो गया है। घंटों से बिजली गुल है। ऐसे में यहां के लोगों का गुजर – बसर कैसे होगा यह सोचने वाली बात है। जल संकट है और बिजली गुल है। यहां के लोगों के पास खाने के लिए अन्न भी नहीं बचे हैं। वे दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं। उन्होंने कहा कि ‘युद्ध के भी अपने नियम होते हैं। संयुक्त राष्ट्र को गाजा में हर किसी को ईंधन, भोजन और पानी मुहैया कराने के लिए मानवीय सहायता पहुंचने की तत्काल जरूरत है।’
इस जंग में अबतक कितने लोगों की हुई मौत?
युद्ध को लेकर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि गत शनिवार को इजरायल पर हमास के वीभत्स आतंकी हमलों में 1,200 से अधिक लोगों की मौत हो गई। हमले में हजारों लोग घायल हुए थे। इसके बाद इजरायल की जवाबी कार्रवाई में गाजा में भीषण बमबारी से 1,800 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों अन्य घायल हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने उत्तरी गाजा को खाली करने के इजरायल के आदेश पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि यह असंभव है कि ऐसा अभियान बिना मानवीय त्रासदी के पूरा हो जाए।