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New Trend :अब शादी से पहले और शादी के बाद की बायोलॉजिकल नीड की पूर्ती को आया एप

New Trend :अब शादी से पहले और शादी के बाद की बायोलॉजिकल नीड की पूर्ती को आया एप

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Today in many cases the meaning of marriage has changed : कहते हैं आवश्यकता आविष्कार की जननी है। जरूरतों के हिसाब से बहुत कुछ परिवर्तित होता रहा है, हो रहा है और होता रहेगा। चाहे वह शादी से पहले और शादी के बाद की बायोलॉजिकल नीड ही क्यों न हो। आज कई मामलों में शादी तक के मायने- मतलब बदल गए हैं। छोटी-छोटी बातों पर तकरार और इसके बाद अलगाव की जिंदगी मानों जीवन का हिस्सा सा बन चला है। ऐसे में एक साथ दो-दो रिलेशनशिप की बात भी अब पुरानी नहीं रही। चाहे शहर छोटा हो या बड़ा ऐसे मामले हर जगह देखने को मिल रहे हैं। अलबत्ता आप कह सकते हैं, महानगरों इसका प्रचलन कुछ हद तक ज्यादा ही बढ़ा है, इसके मूल कारणों में बड़ा कारण खुलापन और सोचने का नायाब तरीका भी है, जिसे अब लोग सहर्ष स्वीकार करने भी लगे हैं। कुछ इन्हीं बातों को केंद्र में रखकर एक समस्याओं के आसान समाधान के लिए अब एप भी तैयार हो चुके हैं, जिसके सहारे आप अपने सेक्सुअल लाइफ़ को अपने अंदाज में जी सकते हैं।

यहां सब कुछ ऑनलाइन, एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स तक

आपको यह जानकर भले ही आश्चर्य हो परंतु है सच्चाई। यहां सब कुछ ऑनलाइन है। और तो और एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स तक भी। जहां किस ऐप की बात है फ्रांस ने इसे बनाया है यह दुनिया की इकलौती वेबसाइट है जिसका इस्तेमाल भारत में भी होता है। ग्लीडन के नाम से प्रचलित इस ऐप को एक महिला ने हीं महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया है और इसे संचालित करने वाली पूरी टीम भी महिलाओं की ही है। 2009 में लॉन्च हुई यह ऐप महिलाओं के लिए फ्री है तो पुरुषों को इसके इस्तेमाल के लिए पैसे देने पड़ते हैं। भारत में इसकी लांचिंग 2017 में हुई। जहां तक इस ऐप के यूजर्स का सवाल है तो यह संख्या पूरी दुनिया में लगभग एक करोड़ पहुंच गई है, जिसमें लगभग 20 लाख यूजर्स अकेले भारत में हैं, जिनकी संख्या क्रमवार बढ़ती ही जा रही है। यह भारत में 2017 में आया।

66% यूजर्स बड़े शहरों के, बेंगलुरु बनता जा रहा है बेवफाओं का हब

 ग्लीडन ऐप की बात करें तो इसका इस्तेमाल सर्वाधिक 66% बड़े शहरों में, जबकि 34% श्रेणी दो और तीन कैटेगरी के शहरों में हो रहा है। एक शोध पर गौर करें तो बेंगलुरु बेवफाई करने वालों का हब सा बन गया है। चीटिंग के मामले में यह शहर जहां टॉप पर है, वही मुंबई और कोलकाता का स्थान इसके बाद आता है। बेंगलुरु में एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स जितनी तेजी से बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए इसे अब चीटिंग कैपिटल कहा जाने लगा है। बेंगलुरु में इस ऐप के यूजर्स रोजाना डेढ़ घंटे का समय देते हैं। यह समय समान्य तौर पर दिन के 12 से तीन और रात्रि 10 बजे के बाद  का होता है। इसका इस्तेमाल 24 से 30 साल की महिलाओं को तलाशने में पुरुष तो 31 से 40 4 साल तक के पुरुषों को  तलाशने में महिलाएं कर रही हैं। जहां पुरुष हर तरह के रिलेशन के लिए तैयार रहते हैं, वही अधिकतर महिलाएं वर्चुअल रिलेशन को तवज्जो दे रहती हैं।

52 प्रतिशत महिलाएं बिजनेस ट्रिप के दौरान बना रहीं दूसरों से संबंध

 बेवफा होती महिलाओं की बात करें तो 77% महिलाएं बोरियत की वजह से शादी के बाद चीटिंग करती हैं तो वहीं 52% महिलाएं बिजनेस ट्रिप के दौरान किसी दूसरे के साथ संबंध बनाती हैं। 31 प्रतिशत महिलाओं का किसी न किसी जान पहचान वालों से पहले से ही संबंध रह चुका होता है। सर्वे के अनुसार 10 में से सात महिलाओं ने घरेलू कामों में पति के हाथ नहीं बंटाने से चीटिंग करती हैं।तो 77% महिलाओं ने इस वजह से अपने पति को धोखा दिया क्योंकि उनकी शादी बोरियत से भर गई थी।10 में से चार महिलाओं ने यह खुलासा किया है कि अजनबी के साथ फ्लर्ट करने से उनके और पति के बीच इंटिमेसी बढ़ गई।

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