सियासी संकट में फंसे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर रविवार दोपहर नेशनल असेंबली में मतदान होगा। विपक्ष को पूरा भरोसा है कि इमरान खान की कल सत्ता छिन जाएगी। इस बीच इमरान लगातार जनता से संवाद कर रहे हैं। इमरान ने आखिरी दांव चलते हुए युवाओं को हड़ताल के लिए भड़काया है। विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री पद के विपक्षी उम्मीदवार शाहबाज शरीफ ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
शाहबाज शरीफ पर निशाना साधा
इमरान ने रविवार को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले शनिवार को सार्वजनिक संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई और अविश्वास प्रस्ताव में इमरान की हार की स्थिति में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार शाहबाज शरीफ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यदि शाहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बनें तो वे अमेरिका की गुलामी करेंगे। उन्होंने पाकिस्तानी युवाओं से दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया, ताकि बाहरी ताकतों की साजिश का मुकाबला किया जा सके। उन्हें हटाने की अमेरिकी साजिश का जिक्र करते हुए उन्होंने युवाओं से आंदोलन की कमान अपने हाथ में लेने को कहा।
हताश और निराश हो गए हैं इमरान
पीएम इमरान के इस संबोधन के बाद शहबाज शरीफ ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इमरान हताश और निराश हो गए हैं। वे पाकिस्तान को कई वर्ष पीछे ले गए हैं, इसलिए उनका हटना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इमरान हताशा में युवाओं व अपनी पार्टी के समर्थकों को भड़का रहे हैं। इसके विपरीत उन्होंने विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील की है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी देर शाम पत्रकारों से बातचीत में इमरान पर हिंसा फैलाने की कोशिश का आरोप लगाया है। उन्होंने इमरान पर संसद की अवमानना का भी आरोप लगाया है।