Russia और Ukraine के बीच सीमा विवाद विस्फोटक स्थिति में प्रवेश कर चुका है। 16 फरवरी को युद्ध छिड़ने की आशंका जताई जा रही थी। 20 फरवरी आते-आते यह आशंका और प्रबल हो गई और ऐसा प्रतीत होने लगा है कि रूस किसी भी पल अब यूक्रेन पर हमला कर सकता है। ऐसी सूचना विश्व मीडिया में तैरने लगी है कि रूस की बख्तरबंद तोपों और सैन्य साजोसामान के भारी काफिले यूक्रेन सीमा की ओर बढ़ रहे हैं। ब्रिटेन के समाचार पत्र डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, इन तोपों पर अंग्रेजी का ‘जेड’ अक्षर पेंट किया हुआ है और संभवत: यह उनकी भूमिका को दर्शाता है। ‘जेड’ अक्षर सिर्फ तोपों पर ही नहीं, बल्कि बंदूकों, ईंधन ट्रकों और आपूर्ति वाहनों पर भी पेंट से लिखा गया है।
रूस के 200 वाहनों पर लिखा है जेड
रिपोर्ट के अनुसार, तोपों और इस काफिले को यूक्रेन की सीमा से लगे कस्र्क के पास और बेलेगोरोद में देखा गया है। रूस की सेना के करीब 200 वाहनों पर ‘जेड’ लिखा हुआ है, जो जल्दबाजी में पेंट किया हुआ लगता है। माना जा रहा है कि सेना के इस जत्थे को निकट भविष्य के लिए अपना काम और योजना दी गई है। रूस का कहना है कि यूक्रेन की ओर से उसके सीमावर्ती शहर पर एक घंटे तक बमबारी की गई, हालांकि यूक्रेन ने ऐसे किसी हमले से इनकार किया है।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास के कर्मचारियों के परिवार को देश लौटने को कहा गया
युद्ध के ताजा हालात को देखते हुए यूक्रेन में भारतीय दूतावास के कर्मचारियों के परिवार को देश लौटने को कहा गया है। इससे पहले दूतावास ने यूक्रेन में रह रहे छात्रों समेत सभी भारतीयों को देश लौटने के लिए एडवाइजरी जारी की थी। सभी को दूतावास के साथ संपर्क बनाकर रखने के निर्देश दिए गए थे।