Russia और Ukraine के बीच युद्ध के हालात से अब इनकार की स्थिति लगभग समाप्त हो चुकी है। 22 फरवरी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक्शन से दुनिया के देश अब चिंतित भी हैं और इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया तथा एक्शन के साथ सामने आ रहे हैं। सबसे पहले अमेरिका के प्रेसिडेंट जो बाइडन ने 22 फरवरी की देर रात को देश के नाम अपने संबोधन में रूस पर कठोर आर्थिक प्रतिबंध लगाने का एलान कर दिया। अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, उन्होंने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन पर आक्रामण करने और उकसाने का भी आरोप लगाया। रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए बाइडेन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि “इसमें कोई संदेह नहीं है कि रूस आक्रामण कर रहा है। इसलिए हम उन चुनौतियों के बारे में स्पष्ट हैं जिनका हम सामना कर रहे हैं।”
प्रतिबंधों को अमेरिका के सहयोगी और भागीदार देशों का भी सहयोग
बाइडेन कहा कि एक दिन पहले पुतिन ने यूक्रेन के दो क्षेत्रों को स्वतंत्र राज्यों के रूप में मान्यता दी थी। पुतिन ने विचित्र रूप से कहा कि ये क्षेत्र अब यूक्रेन और उनके संप्रभु क्षेत्र का हिस्सा नहीं हैं। “कल रात, पुतिन ने रूसी सेना को इन क्षेत्रों में तैनात करने के लिए अधिकृत कर दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये क्षेत्र वास्तव में, उनके द्वारा पहचाने गए दो क्षेत्रों की तुलना में अधिक अहम हैं, जो वर्तमान में यूक्रेनी सरकार के अधिकार क्षेत्र में बड़े क्षेत्रों का दावा करते हैं।
बाइडेन ने कहा कि इन प्रतिबंधों को अमेरिका के सहयोगी और भागीदार देशों का भी सहयोग प्राप्त है और अगर रूस आगे बढ़ता है तो प्रतिबंधों को और बढ़ाया जाएगा।
अब रूस पश्चिम से धन नहीं जुटा सकता
उन्होंने कहा, “हम दो बड़े रूसी वित्तीय संस्थानों, VEB और उसके सैन्य बैंक पर पूर्ण प्रतिबंध लागू कर रहे हैं। हम रूसी संप्रभु ऋण पर भी व्यापक प्रतिबंध लागू कर रहे हैं। इसका मतलब है कि हमने रूस की सरकार को पश्चिमी वित्त पोषण से काट दिया है। अब रूस पश्चिम से धन नहीं जुटा सकता है और न ही हमारे बाजारों या यूरोपीय बाजारों से व्यापार कर सकता है।”
बाइडेन ने कहा, “कल से और आने वाले दिनों में भी ये कड़े प्रतिबंध जारी रहेंगे। हम रूस के अभिजात वर्ग और उनके परिवार के सदस्यों पर भी प्रतिबंध लगाएंगे। वे क्रेमलिन नीतियों के भ्रष्ट लाभ में हिस्सा लेते हैं, ऐसे में उन्हें दर्द में भी हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने कहा, “जैसा कि रूस अपने अगले कदम पर विचार कर रहा है, हमारे पास भी अपना अगला कदम तैयार है।”
कनाडा के प्रधानमंत्री बोले, यह एक संप्रभु राज्य पर आक्रमण है
उधर, कनाडा ने भी यूक्रेन में दो अलगाववादी क्षेत्रों को स्वतंत्र मान्यता देने के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के फैसले के जवाब में रूस के खिलाफ कई नए प्रतिबंधों की घोषणा की। प्रतिबंधों में कहा गया है कि किसी भी कनाडाई नागरिक के लुहान्स्क और डोनेट्स्क के रूप में मान्यता दिए गए अलग-अलग राज्यों के साथ किसी भी तरह का वित्तीय लेनदेन पर रोक है। कनाडाई लोगों को रूसी संप्रभु से ऋण लेने और दो नए समर्थित राज्यों के रूसी बैंकों के साथ व्यवहार करने पर भी रोक लगा दी गई है। कनाडा ने उन रूसी सांसदों पर भी प्रतिबंध का एलान किया है, जिन्होंने यूक्रेन के दो अलगाववादी क्षेत्रों को स्वतंत्र मान्यता देने के पक्ष में मतदान किया था। रूस के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा, “कोई गलती न करे, यह एक संप्रभु राज्य पर एक आक्रमण है और यह बिल्कुल अस्वीकार्य है।” जस्टिन ट्रूडो ने कहा, “रूस के खुलेआम उकसावे दुनिया में सुरक्षा और शांति के लिए खतरा हैं।रूस पर प्रतिबंध “यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता बहाल होने तक लागू रहेंगे.”