रूस- यूक्रेन में लगातार आपसी तनाव बढ़ता जा रहा है। दोनों देश युद्ध के मुहाने पर खड़े नजर आ रहे हैं। वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि रूस और यूक्रेन के बीच कभी भी युद्ध शुरू हो सकता है। इस बीच, ग्रुप आफ सेवन (जी 7) के वित्त मंत्रियों ने सोमवार को कहा कि वे यूक्रेन के क्षेत्र में रूसी सैनिकों द्वारा सैन्य आक्रमण की स्थिति में रूस पर सामूहिक रूप से गंभीर प्रतिबंध लगाने को तैयार हैं। कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) और अमेरिका ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि हम रूस पर आर्थिक और वित्तीय प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं, जिसका रूसी अर्थव्यवस्था पर सीधा और व्यापक असर पड़ेगा।
जारी किया साझा बयान
जी-7 देशों की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि हम यूक्रेन की संप्रभुता, अखंडता के साथ-साथ आर्थिक व वित्तीय स्थिरता की रक्षा करने के अपने संकल्प में एकजुट हैं। जी 7, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों और विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ अपनी 2020 स्टैंड-बाय व्यवस्था के माध्यम से यूक्रेन को अहम वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है।
रूस बोला- हमें राष्ट्रीय शेत्र में सैनिकों के हस्तांतरण का पूरा अधिकार
जी- 7 के विदेश मंत्रियों ने कहा कि उनकी तत्काल प्राथमिकता स्थिति को कम करने के प्रयासों का समर्थन करना है। साथ ही जोर देकर कहा कि यूक्रेन के खिलाफ रूस द्वारा किसी भी विशेष सैन्य आक्रमण को एक तेज, समन्वित व जबरदस्त प्रतिक्रिया के साथ पूरा किया जाएगा। उन्होंने यूक्रेनी अर्थव्यवस्था को दुनिया की सात सबसे अमीर अर्थव्यवस्थाओं के समर्थन का भी वादा किया। बताते चलें कि पिछले कुछ महीनों में पश्चिम और यूक्रेन ने रूस पर आक्रमण की तैयारी के लिए यूक्रेन की सीमा के पास एक सैन्य टुकड़ी तैयार करने का आरोप लगाया है। मास्को ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि वह किसी को धमकी नहीं दे रहा है और साथ ही रूसी सीमाओं के पास नाटो की सैन्य गतिविधि पर कड़ी चिंता व्यक्त कर रहा है। मास्को ने यह भी कहा कि रूस को अपने राष्ट्रीय क्षेत्र में सैनिकों को स्थानांतरित करने का अधिकार है।