पिछले 17 दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध जारी है। युद्ध रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के अलावा दुनिया के कई देश पहल कर चुके हैं, लेकिन इसका असर अभी तक देखने को नहीं मिला है। युद्ध के कारण अब तक यूक्रेन के 2500000 लोग देश छोड़ चुके हैं। पूरे यूक्रेन में अफरा तफरी डर का माहौल है। नागरिक सुविधाओं का भी हाल बेहाल हो चुका है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि अगर यूक्रेन के खिलाफ रूस रासायनिक हथियार का इस्तेमाल करता है तो उसे गंभीर दुष्परिणाम भुगतने होंगे। इन स्थितियों में रूस और नाटो का सीधा टकराव होना तय है। इससे तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत हो जाएगी।
हम यूरोप के सहयोगी के साथ लगातार खड़े हैं
जो बाइडन ने कहा कि हम यूरोप के सहयोगियों के साथ खड़े हैं। हम नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) के सदस्य देशों की भी रक्षा करेंगे। हम यूक्रेन में रूस के खिलाफ सीधी लड़ाई नहीं लड़ रहे। कुछ मामलों में हम टकराव से बचने की कोशिश कर रहे हैं। वह (रूसी राष्ट्रपति पुतिन) बिना लड़े यूक्रेन पर प्रभाव कायम करना चाहते थे, लेकिन विफल रहे। वह नाटो को छिन्न-भिन्न करना चाहते थे, उसमें भी विफल रहे।
अमेरिकी यूक्रेन के सवाल पर एकजुट
उन्होंने कहा कि अमेरिकी लोग और बाकी दुनिया यूक्रेन के सवाल पर एकजुट हैं। हम दुनिया में किसी की मनमानी नहीं चलने देंगे। लोकतांत्रिक देश मिलकर दुनिया में नई ताकत खड़ी कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि दुनिया में शांति बनी रहे। इसके लिए एकजुट होकर हम अपनी ताकत दिखा रहे हैं। हम गलत नहीं हैं।बाइडन ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस से कहा है कि वह व्यापार के मामले में रूस का मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा खत्म करे। पुतिन यूक्रेन पर जैसे-जैसे निर्दयी हमले बढ़ाते जाएंगे, वैसे-वैसे अमेरिका और उसके सहयोगी रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ाते जाएंगे। एक समय ऐसा आ जाएगा जब रूस दुनिया में अकेला रह जाएगा।
रूस पर कड़े प्रतिबंध
यूक्रेन पर हमले को लेकर अमेरिका ने एक बार फिर रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने का एलान किया है। राष्ट्रपति बाइडन का कहना है कि अमेरिका रूसी व्यापार की स्थिति को कम करेगा। इसमें अमेरिका रूसी शराब, समुद्री भोजन हीरे के आयात पर प्रतिबंध लगाएगा। साथ ही बाइडन ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा कि व्लादिमीर पुतिन आक्रामक हैं और उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी।
यूक्रेन ने जताई आपत्ति
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख मिखाइल पोडोलीक ने कहा कि आईएसआईएसI को नियुक्त करना और रासायनिक हथियारों के बारे में रूसी प्रचार दावे यूक्रेन में सीरियाई परिदृश्य को लागू करने के प्रयास की गवाही देते हैं। उन्होंने कहा कि रूसी रक्षा मंत्री शोइगु सहित रूसी अधिकारियों ने यूक्रेनी नागरिकों के खिलाफ इस्तेमाल किए जाने वाले 16,000 पूर्व-आइएसआइएस लड़ाकों की जल्दबाजी में भर्ती की घोषणा की है।
यूक्रेन को एक लाख करोड़ से ज्यादा की मदद
अमेरिका की संसद ने यूक्रेन को 13.6 अरब डालर (एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा) की सैन्य और मानवीय जरूरतों की सहायता वाले प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता चक शूमर ने कहा, हमने पुतिन के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन को अकेला न छोड़ने का वचन दिया है, उसी के तहत यूक्रेन को यह सहायता दी जा रही है।
ईयू ने रूस पर और प्रतिबंध लगाने की घोषणा की
इधर, यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने यूक्रेन की सैन्य मदद बढ़ाने के साथ ही रूस पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। कहा है कि नए प्रतिबंधों पर गंभीरता से विचार शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में इनकी घोषणा हो सकती है। ईयू इससे पहले यूक्रेन को 450 यूरो (करीब 3,800 करोड़ रुपये) की सैन्य मदद का एलान कर चुका है।