Russia और Ukraine के बीच 1 मार्च को युद्ध का छठा दिन है। शांति के प्रयास अभी तक सफल होते नहीं दिख रहे हैं। इस बीच यूरोपियन यूनियन यानी यूरोपीय संघ (EU) ने रूस पर प्रतिबंधों को और खड़ा कर दिया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता, रूस के कुलीन वर्ग और पत्रकारों पर भी यात्रा प्रतिबंध लगा दिया है। उधर, 28 फरवरी की रात को संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन पर रूसी हमलों के खिलाफ बुलाई गई महासभा की विशेष बैठक में यूएन महासचिव एंटोनिओ गुटेरस ने युद्धविराम और सैनिकों की तुरंत वापसी का आह्वान किया है। गुटेरस ने कहा कि यूक्रेन में लड़ाई बंद होनी चाहिए। यूएन प्रमुख ने कहा, ”हम यूक्रेन के लिए तो त्रासदी झेल ही रहे हैं, साथ में यह एक बड़ा क्षेत्रीय संकट है और इसका प्रभाव विनाशकारी है।”
संयुक्त राष्ट्र महासभा में दोनों देशों ने एक दूसरे पर साधा निशाना
रूस-यूक्रेन संघर्ष के चलते बढ़ते संकट के बीच 28 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र महासभा के विशेष आपातकालीन सत्र के दौरान दोनों देशों ने एक-दूसरे पर निशाना साधा। एक तरफ कीव ने संयुक्त राष्ट्र से आह्वान किया कि मॉस्को उसके खिलाफ जारी आक्रामकता को रोके, तो दूसरी तरफ, रूस ने जोर दिया कि उसने शत्रुता की शुरुआत नहीं की और वह युद्ध को समाप्त करना चाहता है। UNGA ने आपातकालीन विशेष सत्र में यूक्रेन पर रूसी हमले के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर चर्चा हुई। इस दौरान रूस ने यूक्रेन पर हमले का बचाव किया।
बेलारूस में 5 घंटे तक चली बैठक
इससे पहले 28 फरवरी को बेलारूस में रूस और यूक्रेन के बीच करीब पांच घंटे तक बातचीत हुई है। अब अगले दौर की बातचीत पोलैंड-बेलारूस सीमा पर होगी. इसी बीच, यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने 27 सदस्यीय यूरोपीय संघ में यूक्रेन को सदस्य बनाने के लिए आवेदन दिया है.