Russia और Ukraine के बीच चल रही जंग पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। जिस अंदाज में रूस ने यूक्रेन पर चारों तरफ से हमला किया, उसकी निंदा सभी देश कर रहे हैं। युद्ध न चले, इसके लिए प्रयास कर रहे हैं, पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन किसी की कुछ सुनने को तैयार नहीं हैं। अपडेट जानकारी के अनुसार अब रूसी नागरिक युद्ध का विरोध करने लगे हैं और जगह-जगह वे प्रदर्शन कर रहे हैं। रूसी पुलिस ने दर्जनों शहरों में युद्ध-विरोधी विरोध प्रदर्शनों में 1,700 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए सैनिकों को भेजने के बाद हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं। एएफपी ने एक स्वतंत्र मॉनिटर के हवाले से यह जानकारी दी है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 1 सप्ताह के भीतर राष्ट्र के नाम दो बार संबोधन किया। 24 फरवरी की देर रात अपने संबोधन में बाइडन ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आक्रामकता रूस को महंगी पड़ेगी। साथ ही कहा कि यूक्रेन पर रूस का सैन्य हमला अमेरिका की भविष्यवाणी के मुताबिक हो रहा है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया के समकक्षों से बात की
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 24 फरवरी की रात को यूक्रेन से फंसे भारतीयों को निकालने के मुद्दे पर रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया के अपने समकक्षों से बात की। जैसा कि यूक्रेन ने रूसी सैन्य हमले के बाद अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। ऐसे में भारत रोमानिया, हंगरी, स्लोवाक गणराज्य और पोलैंड के साथ अपनी भूमि सीमा क्रॉसिंग के माध्यम से यूक्रेन से लगभग 16,000 भारतीयों को निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। जयशंकर ने कहा कि हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो ने भारतीयों को निकालने में मदद करने के लिए पूर्ण सहयोग का वादा किया है।
अमेरिका ने रूस के नंबर दो राजनयिक को निष्कासित किया
अमेरिका ने इस महीने की शुरुआत में मास्को से अमेरिका के दूसरे नंबर के राजनयिक को निष्कासित किए जाने के जवाब में वाशिंगटन से रूस के दूसरी रैंक के राजनयिक को निष्कासित कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ ने यह जानकारी दी। इस निष्कासन का रूस-यूक्रेन संकट से संबंध नहीं है और यह दूतावास कर्मियों को लेकर अमेरिका और रूस के बीच लंबे समय से जारी विवाद का हिस्सा है। बहरहाल, यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब यूक्रेन को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।
पुतिन ने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए युद्ध शुरू किया : एलेक्सी नवलनी
जेल में बंद रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी ने व्लादिमीर पुतिन पर रूसी भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए यूक्रेन पर आक्रमण करने का आरोप लगाया है। स्वतंत्र समाचार आउटलेट डोज्हद (Dozhd) द्वारा प्रकाशित एक वीडियो में, नवलनी को यूक्रेन पर आक्रमण का विरोध करते हुए सुना गया है। नवलनी ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच यह युद्ध रूसी नागरिकों से भ्रष्टाचार को छिपाने और देश के अंदर मौजूद समस्याओं से उनका ध्यान हटाने के लिए शुरू किया गया है।
इमैनुएल मैक्रों ने पुतिन से आक्रमण के बारे में बात की
क्रेमलिन का कहना है कि व्लादिमीर पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बात की है और उन्हें यूक्रेन में रूस के कार्यों के कारणों का “विस्तृत” स्पष्टीकरण दिया है। मैक्रों ने कॉल का किया और वे संपर्क में रहने के लिए सहमत हुए। मैक्रों का कहना है कि उन्होंने मांग की कि पुतिन सैन्य अभियान बंद कर दें। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने रूस में पुतिन के साथ वार्ता सहित हाल के सप्ताहों में रूसी आक्रमण को टालने का प्रयास किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकेन ने एस जयशंकर से बात की
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि “दोनों मंत्रियों के बीच यूक्रेन में चल रहे घटनाक्रम और इसके प्रभावों पर चर्चा हुई। हम अमेरिकी विदेश मंत्री के आह्वान की सराहना करते हैं।”
यूक्रेन से करीब एक लाख लोग विस्थापित : यूएन
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि युद्ध संकट के बीच यूक्रेन से करीब एक लाख लोग विस्थापित हुए हैं और हजारों लोग विदेश चले गए हैं। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने आज यूक्रेन में तेजी से बिगड़ती स्थिति की चेतावनी दी क्योंकि लोग सुरक्षा की तलाश में अपने घरों से भाग रहे हैं। शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त, फिलिपो ग्रांडी ने चेतावनी दी, “नागरिक आबादी पर मानवीय परिणाम विनाशकारी होंगे। युद्ध में कोई विजेता नहीं होता है लेकिन अनगिनत जीवन नष्ट हो जाएगा”। शरणार्थी एजेंसी यूक्रेन के पड़ोसियों से पलायन करने वालों के लिए अपनी सीमाएं खुली रखने का आह्वान कर रही है। एजेंसी ने कहा कि वह “जबरन विस्थापन की किसी भी स्थिति का जवाब देने के लिए सभी के प्रयासों का समर्थन करने” के लिए तैयार है।
विशेषज्ञों की राय- पुतिन जोखिम से नहीं डरते
विशेषज्ञों का कहना है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खारिज किए जाने का जोखिम है, लेकिन वह इस तरह के अलगाव से नहीं डरते, वह आम धारणा के विपरीत काम करते हैं।
बाइडन ने कहा- अभी रूस पर स्विफ्ट बैंकिंग सिस्टम पर प्रतिबंध नहीं लगा रहे
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 24 February को कहा कि रूस पर प्रतिबंधों की आगे की कड़ी में देश को अभी के लिए स्विफ्ट बैंकिंग प्रणाली से प्रतिबंधित करना शामिल नहीं है। बाइडन ने कहा कि सभी बैंकों पर पहले से प्रस्तावित प्रतिबंध समान परिणाम के हैं और शायद रूस पर स्विफ्ट पर प्रतिबंध लगाने से भी अधिक प्रभावी हैं।
यूक्रेन संकट पर भारत के साथ विचार-विमर्श करेगा अमेरिका : बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि रूस के सैन्य अभियान के बाद यूक्रेन संकट पर अमेरिका भारत के साथ विचार-विमर्श करेगा। बाइडन ने कहा, ‘‘हम (यूक्रेन संकट पर) भारत के साथ विचार-विमर्श करेंगे।’’ बाइडन से सवाल किया गया था कि क्या भारत रूसी हमले पर अमेरिका के साथ पूरी तरह खड़ा है। ऐसा समझा जा रहा है कि यूक्रेन संकट को लेकर भारत और अमेरिका का रुख समान नहीं है। रूस के साथ भारत की पुरानी और समय की कसौटी पर खरी उतरी मित्रता रही है।
पुतिन से बात करने की मेरी कोई योजना नहीं : बाइडन
बाइडन ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात करने की मेरी कोई योजना नहीं है। वह पूर्व सोवियत संघ को फिर से स्थापित करना चाहते हैं, मुझे लगता है कि उनकी महत्वाकांक्षाएं उस जगह के बिल्कुल विपरीत हैं जहां बाकी दुनिया आ चुकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वह क्या धमकी दे रहे हैं, क्या रूसी राष्ट्रपति पुतिन परमाणु हमले की धमकी दे रहे हैं। मुझे पता है कि उन्होंने क्या किया है।
बाइडन ने रूस पर नए प्रतिबंध लगाते हुए कहा- पुतिन ने युद्ध को चुना
राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद रूस पर और प्रतिबंध लगाने की गुरुवार को घोषणा की और आरोप लगाया कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ‘‘युद्ध को चुना’’ और अब उनका देश उनके कदमों के परिणाम भुगतेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका अपनी सेना को वित्तपोषित करने और उसकी सेना बढ़ाने की रूस की क्षमता को रोक देगा। उन्होंने कहा कि वे जिन प्रतिबंधों की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं, वे 21वीं सदी की उच्च तकनीक वाली अर्थव्यवस्था में प्रतिस्पर्धा करने की उसकी क्षमता को कम कर देंगे। अमेरिका जर्मनी में 7,000 और सैनिकों को तैनात करेगा। उन्होंने कहा कि हमने निर्यात पर भी नियंत्रण लगाया है। निर्यात नियंत्रण रूस के उच्च-तकनीकी आयात के आधे से अधिक क्षमता को कम कर देगा। हम रूस के साइबर हमले का जवाब देने के लिए तैयार हैं।
अमेरिका यूक्रेन में सेना तैनात नहीं करेगा
राष्ट्रपति बाइडन ने अपने संबोधन में एक बार फिर कहा कि अमेरिकी सेना यूक्रेन में रूस के साथ संघर्ष में “नहीं है और न ही” लगेगी। “हमारी सेनाएं यूक्रेन में लड़ने के लिए यूरोप नहीं जा रही हैं, बल्कि हमारे नाटो सहयोगियों की रक्षा करने और पूर्व में उन सहयोगियों को आश्वस्त करने के लिए जा रही हैं। ” अमेरिका अपनी शक्ति की पूरी ताकत के साथ नाटो क्षेत्र के हर इंच की रक्षा करेगा।” बाइडेन ने कहा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आक्रामकता रूस को महंगी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर रूस का सैन्य हमला अमेरिका की भविष्यवाणी के मुताबिक हो रहा है। हमले को ‘अकारण’ बताते हुए उन्होंने कहा, ‘हफ्तों से, हम चेतावनी देते रहे हैं कि ऐसा होगा, और अब यह बड़े पैमाने पर सामने आ रहा है जैसा हमने भविष्यवाणी की थी।’
पुतिन खून की आपूर्ति में लगे थे, तभी से हम उनके इरादों को जानते थे : बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन ने 175,00 सैनिकों और सैन्य उपकरणों को यूक्रेन की सीमाओं पर पहुंचाया और रक्त की आपूर्ति की और फील्ड अस्पतालों का निर्माण किया। यह पुतिन के इरादों के बारे में बताता है। पुतिन ने वार्ता के सभी प्रयासों को खारिज कर दिया, जो पश्चिमी देशों ने प्रस्ताव रखा था, अगर वे प्रस्ताव मान लेते तो पीड़ा और संघर्ष से बचा जाता।
कनाडा ने रूस के नामी व्यक्तियों पर लगाए प्रतिबंध
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 58 रूसी व्यक्तियों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया।
यूक्रेन का बंदरगाह शहर भारी आग की चपेट में
यूक्रेन का बंदरगाह शहर मारियुपोल सैकड़ों विस्फोटों के बाद भारी आग की चपेट में है। न्यूज एजेंसी रायटर ने एक राजनयिक सूत्र के हवाले से यह खबर दी है।
रूस के राष्ट्रपति बोले- हमारे पास कोई विकल्प नहीं था
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मॉस्को में प्रतिबंधों पर चर्चा के लिए व्यापार शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। उन्होंने यूक्रेन पर हमले को लेकर कहा कि उनके पास कोई चारा नहीं था। साथ ही उन्होंने यूरोपीय देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रतिबंधों का जवाब सीधा प्रतिबंधों के जरिए ही दिया जाएगा। गौरतलब है कि रूसी राष्ट्रपति थोड़ी देर में यूक्रेन संकट को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे।
यूक्रेन बोला- रूस के लिए अंतरराष्ट्रीय पेमेंट सेवा बंद करे यूरोप
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडाइमिर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस की सेना अब राजधानी कीव के एयरबेस पर कब्जा जमा चुकी है। उन्होंने यूरोपीय देशों से अपील की कि वह रूस को स्विफ्ट (अंतरराष्ट्रीय पेमेंट सर्विस) को बंद कर दे। इस बीच मानवाधिकार और चिकित्सा संगठन रेडक्रॉस ने दावा किया है कि रूस के हमले में यूक्रेन को जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। यूक्रेन के कई लोग मारे गए हैं।