Russia और Ukraine के बीच भीषण जंग जारी है। रूस की सेनाओं ने यूक्रेन को लगभग तीन ओर से बिल्कुल घेर लिया है। यूक्रेन की राजधानी कीव में रूसी सेनाएं चारों ओर से प्रवेश कर चुकी हैं। इसी दरम्यान यह महत्वपूर्ण खबर इंटरनेशनल न्यूज एजेंसियों की ओर से आ रही है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के चेर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट पर कब्जा कर लिया है। रूसी सेना ने इस पावर प्लांट पर तब कब्ज़ा किया, जब यूक्रेनी सेनाएं 24 February को रूस के तीन तरफ से किए गए आक्रमण जवाब दे रही थीं।
बेलारूस के जरिए कीव पहुंचा रूस
न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, रूस(Russia) की सेनाएं बेलारूस (Belarus) में सैन्य अभ्यास कर रहीं थीं. बेलारूस से यूक्रेन की राजधानी कीव से लिए चेर्नोबिन साइट (Chernobyl Site) सबसे छोटा रास्ता है। इसलिए यूक्रेन पर हमला (Attack on Ukraine) बोलते हुए रूसी सेनाओं ने ज़ाहिर तौर पर इस रास्ते का प्रयोग किया। पश्चिमी सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि रूस ने अपने दोस्त देश बेलारूस के ज़रिए अपनी थलसेना को कीव पहुंचाने के लिए सबसे तेज रास्ते का प्रयोग किया है।
चेर्नोबिल का चौथा रिएक्टर क्यू से 108 किलोमीटर है दूर
अमेरिकी सेना के पूर्व अध्यक्ष जैक कीन ने कहा, ” चेर्नोबिल का कोई सैन्य महत्व नहीं है, लेकिन रूस ने इसे यूक्रेन की सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए रणनीति के तौर पर प्रयोग किया। ” चेर्नोबिल का चौथा रिएक्टर यूक्रेन की राजधानी कीव से 108 किलोमीटर दूर है। अप्रैल 1986 में एक असफल सुरक्षा टेस्ट के दौरान इसमें धमाका हो गया था और इसका रेडिएशन यूरोप के कई हिस्सों और अमेरिका के पूर्वी इलाकों तक पहुंच गया था।