संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने यूक्रेन पर रूस के हमले की स्वतंत्र जांच के लिए आयोग गठित करने को मंजूरी दे दी है। इस आशय का प्रस्ताव 32 देशों के समर्थन से पारित हो गया। भारत सहित 13 देशों ने मतदान से दूरी बनाई, लेकिन रूस और इरिट्रिया ने इस फैसले का विरोध किया। यूक्रेन पर रूस के हमले के नौवें दिन संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की विशेष बैठक बुलाई गयी थी। परिषद ने पहले भी रूस से तत्काल युद्ध रोकने का आग्रह किया था।
32 देशों ने प्रस्ताव का किया समर्थन
शुक्रवार को शुरू हुई विशेष बैठक में यूक्रेन पर रूस के हमले की स्वतंत्र जांच एक विशेष आयोग से कराने का प्रस्ताव लाया गया। इसके गठन को मंजूरी देने के लिए हुए मतदान में 32 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। रूस और इरिट्रिया ने इस प्रस्ताव का विरोध किया। संयुक्त राष्ट्र संघ के विभिन्न निकायों में प्रस्तुत प्रस्तावों से दूरी बनाकर चल रहे भारत ने इस प्रस्ताव पर मतदान से भी दूरी बनाई। भारत सहित 13 देश मतदान से गैरहाजिर रहे। प्रस्ताव पारित होने के बाद अब जल्द ही रूस के खिलाफ जांच के लिए विशेष आयोग गठित होगा।
रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग
इस बीच यूक्रेन पर रूस का हमला लगातार जारी है। यूक्रेन के माइकोलाइव इलाके में यूक्रेन के सशस्त्र बलों ने रूस के सेल्फ प्रोपेल्ड एंटी एयरक्राफ्ट लड़ाकू वाहन ‘पैंटिर-सी1’ को अपने कब्जे में ले लिया है। वोल्नोवाखा के पास यूक्रेनी सैन्य बलों ने एक रूसी एसयू-25 विमान मार गिराया है। उधर यूक्रेन की सरकारी परमाणु कंपनी ने कहा है कि परमाणु संयंत्र पर रूस के हमले में तीन यूक्रेनी सैनिकों की जान गई है और दो घायल हुए हैं। परमाणु संयंत्र पर हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस पर सख्त प्रतिबंध की मांग की है।