War (जंग) के 17 वें दिन 12 मार्च को भी यूक्रेन में रूसी सेना के हमले तेज गति से जारी हैं। इस बीच इंटरनेशनल मीडिया की ओर से मिल रही खबरों के अनुसार, रूसी सेना ने मेलिटोपोल शहर पर भी कब्जा कर लिया है। रूसी सेनाएं तेजी से कीव को कब्जा करने की ओर बढ़ रही हैं और उससे पहले आसपास के शहरों पर वह नियंत्रण करने में जुटी हैं। इस बीच यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि मेलिटोपोल पर कब्जा करने के साथ ही रूसी सेना ने शहर के मेयर इयान फेडोरोव को भी किडनैप कर लिया है। यूक्रेन का कहना है कि फेडोरोव ने उनसे सहयोग करने से इनकार कर दिया था और उसके बाद उन्हें रूसी सेना ने अगवा कर लिया। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि मेयर को अगवा करना लोकतंत्र के खिलाफ है और वॉर क्राइम जैसा है।
कीव में सुनाई पड़े कई धमाके
राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, ‘मैं बताना चाहता हूं कि रूस की इस हरकत के बारे में दुनिया के लोकतांत्रिक देशों के 100 फीसदी लोग जानेंगे।’ इसके साथ ही उन्होंने रूसी सेना के एक्शन की तुलना खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से भी की है। इस बीच रूसी सेना के राजधानी कीव में भी हमले तेज हो गए हैं। शनिवार को सुबह कीव में कई धमाकों की आवाज सुनी गई। शहर के बाहरी इलाकों इरपिन और होस्टोमेल में इस बीच कड़ा संघर्ष चल रहा है और रूसी सेना तेजी से आगे बढ़ रही है।
WHO ने कहा, युद्ध के कारण बढ़ सकते हैं कोरोना के नए मामले
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि युद्ध के चलते कोरोना वायरस के केसों में इजाफा हो सकता है। संस्था ने कहा कि इस युद्ध के चलते पलायन हो रहा है। यूक्रेन में वैक्सीनेशन का आंकड़ा बेहद कम है और उसके चलते दूसरे देशों में जाने वाले लोगों से कोरोना का विस्फोट हो सकता है।