Ranchi News: काफी जद्दोजहद के बाद रांची विश्वविद्यालय प्रबंधन ने डिग्री कालेजों में एक बार फिर से एबीवीपी का संघर्ष सफल: रांची विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों में intermediate में नामांकन का आदेश जारी कर दिया। इसके लिए अभाविप ने लंबे समय से आंदोलन चलाए हुआ था। जबकि न्यायालय से भी इस आशय का निर्देश दिया गया था। कुलपति के द्वारा आश्वासन के बाद भी इस पर शीघ्र निर्णय लेने के बजाय विश्वविद्यालय के द्वारा मसले को लंबित रखा जा रहा था। मीडिया संयोजक गुड्डू राय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि अंततः संघर्ष परिणाम में बदलvvgay इंटर में नामांकन के लिए विद्यार्थी परिषद ने निरंतर आंदोलन कर रांची के हजारों छात्र-छात्राओं के हित सुनिश्चित किया है। प्रेस विज्ञाप्ति प्रदेश कार्यालय मंत्री शुभम पुरोहित द्वारा जारी की गई है।
झारखंड की माटी और भाषा में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं का सपना टूटते-टूटते बचा
विश्वविद्यालय संयोजक शिवेंद्र सौरभ ने बताया कि रांची विश्वविद्यालय के कुलपति के प्रति अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आभार प्रकट करती है। साथ ही अभाविप उन छात्र-छात्राओं को भी शुभकामनाएं प्रेषित करती है जो अभी के आंदोलन में प्रमुखता से भागीदारी सुनिश्चित करते रहे । समाचार पत्रो एवं डिजिटल मीडिया के सम्मानित पत्रकार बंधुओं को भी विद्यार्थी परिषद के इस संघर्ष में छात्र हित में प्रमुखता से साथ देने के लिए परिषद आभार प्रकट करती है। विश्वविद्यालय के इस निर्णय से रांची के हजारों ग्रामीण एवं आर्थिक रूप से कमजोर छात्रो एवं उनके परिवारों को राहत मिली है। झारखंड की माटी और झारखंड की भाषा को पढ़ने की रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं का सपना टूटते टूटते बचा है। ज्ञात हो कि केवल रांची विश्वविद्यालय के अंगीभूत महाविद्यालयों में ही क्षेत्रीय भाषाओं की पढ़ाई होती है।
जिला संयोजक पवन नाग एवं महानगर मंत्री ऋतुराज शाहदेव ने बताया की परिषद का यह आंदोलन और संघर्ष इस बात का उदाहरण भी है कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सिर्फ समस्या सामने लेकर नहीं आते अपितु उसे समस्या का समाधान का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं। रांची के हजारों छात्र-छात्राओं की ओर से छात्र हितों में सराहनीय कदम हेतु विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा का अभाविप आभार प्रकट करती है।