Dhanbad news, Bokaro news : शंकर रवानी की हत्या में किंगपिन कहे जाने वाले शिवपुर विक्रमगंज, रोहतास, बिहार निवासी अमित सिंह उर्फ अमित मुखिया समेत सात लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निर्गत हुआ है। अमित के अलावा सात आरोपितों में शूटर की भूमिका निभाने वाले आटो मोकामा, हाथीदह पटना निवासी सिपुल कुमार उर्फ विराज कुमार और हसनपुरा बेउर, पटना निवासी रंजीत कुमार उर्फ बिट्टू भी शामिल है। पुलिस को मिले साक्ष्यों के अनुसार शंकर पर इन दोनों ने ही बीते 18 जुलाई को हरला थाना इलाके के बसंती मोड़ में गोली चलाई थी।
किसी ने शूटर बुलाया तो किसी ने ठहराया और किसी ने भगाया
साक्ष्य के अनुसार अमित ने ही दोनों शूटरों को हत्याकांड को अंजाम देने के लिए तैयार किया था। इन तीनों के अलावा पुलिस को हत्याकांड में जेल भेजे गए अशोक सम्राट के पुत्र पंजाबी मोहल्ला, चास निवासी विवेक कुमार सिंह के खिलाफ भी पुलिस को साक्ष्य मिले थे। शूटरों को ठहरने से लेकर भगाने में इसकी भूमिका बताई जाती है। सात आरोपितों में विवेक के अलावा हरला थाना इलाके के ललन, नागेश्वर और दिनेश भी शामिल हैं। शूटरों को रास्ता दिखाने से लेकर घटना को अंजाम दिलवाने में इनकी भी भूमिका अनुसंधान में सामने आई है। हत्याकांड में शूटरों को घटनास्थल पर ले जाने व वहां से सुरक्षित निकालकर भगाने वाले वाहन चालक वीरेंद्र की निशानदेही पर हथियारों का जखीरा बरामद हुआ था। पुलिस ने कारबाइन, एके-47 व तीन पिस्टल के अलावा गोलियां बरामद की थी।
वारंट निर्गत होने के बाद पुलिस रेस
जेल भेजे गए सेक्टर बारह में संजय सिंह के गोदाम से पुलिस ने हथियार बरामद किया था। हथियार बरामदगी के मामले में एनआइए से जांच की अनुशंसा भी पुलिस ने की है। इधर जेल भेजे गए वीरेंद्र समेत चार का बयान भी अदालत में पुलिस ने कराया है। अभी तक राजू दुबे, अशोक सम्राट, वीरेंद्र समेत अन्य को पुलिस ने इस मामले में भेज भेजा है। सात के खिलाफ अदालत से वारंट निर्गत होने पर पुलिस रेस हो गई है।